उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं, जिसके बाद शनिवार को भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री की घोषणा की थी। इसी क्रम में रविवार को आदित्यनाथ योगी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। शपथ समारोह के बाद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने लोक भवन में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया था।
प्रेस कांफ्रेंस से उम्मीदों की शुरुआत:
- उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सूबे की जनता ने जिस प्रकार से मतदान किया।
- निश्चित ही सूबे की जनता जात-पात, धर्म आदि ऊपर उठकर विकास के बारे में सोच रही है।
- जिसके तहत इस बार सूबे की जनता ने यह भरोसा भारतीय जनता पार्टी पर दिखाया है।
- हालाँकि, भाजपा ने हिन्दुत्ववादी आदित्यनाथ योगी को मुख्यमंत्री घोषित कर दिया है।
- वहीँ मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने प्रेस कांफ्रेंस में कुछ प्रभावशील मुद्दों पर बात की।
- जिसके बाद सूबे की जनता में एक बार फिर से उम्मीद जगी है।
मंत्रियों की संपत्ति का ब्यौरा:
- मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने रविवार की शाम को लोक भवन में प्रेस कांफ्रेंस की थी।
- जिस दौरान मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने अपने सभी मंत्रियों को आदेश दिया।
- अपने आदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि, उनके सभी मंत्री 15 दिनों के अन्दर अपनी संपत्ति का ब्यौरा दें।
- अपने ही विधायकों की संपत्ति का ब्यौरा मांगकर उन्होंने अपने इरादे साफ़ कर दिये हैं।
- गौरतलब है कि, ऐसा कई बार देखने को मिलता है कि, विधायक बनते ही प्रत्याशियों की संपत्ति में अकूत इजाफा होता है।
- जिस पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने तह कदम उठाया है।
कानून-व्यवस्था पर जीरो टॉलरेंस:
- प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने आगे कानून-व्यवस्था पर अपना नजरिया रखा।
- साथ ही उन्होंने अपने संबोधन में इस बात पर भी जोर दिया कि, कानून-व्यवस्था के मामले में जीरो टॉलरेंस अपनाया जायेगा।
- गौरतलब है कि, शायद सभी समस्याओं में सबसे ज्यादा कानून-व्यवस्था की समस्या ने सूबे को बहाल किया है।
- जिस पर नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री का यह वक्तव्य कुछ राहत की ओर इशारा कर रहा है।
- हालाँकि, रविवार की देर रात सूबे में दो जगहों पर 4 लोगों की हत्याएं हो गयीं।
- जिनमें से एक बसपा नेता मो० शमी भी थे, जिन्हें कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोलियों से भून दिया था।
- उसके अलावा दूसरे मामले में एक अभियंता के घर में घुसकर पति-पत्नी समेत बच्चे की हत्या कर दी गयी थी।
- अब देखने वाली बात यह होगी कि, नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी सूबे के अराजक तत्वों से निपटने के लिए क्या तरीका आजमाते हैं।