उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी अपने दो दिवसीय दौरे के चलते गोरखपुर पहुंचे हैं, गोरक्षधाम से मुख्यमंत्री योगी ने अपने कार्यकाल का पहला संबोधन उत्तर प्रदेश की जनता के नाम दिया। सीएम योगी आदित्यनाथ योगी ने अपने संबोधन में उन सभी मुद्दों को शामिल किया, जिनके सहारे वे सूबे की जनता का प्रचंड बहुमत हासिल करने में सफल हुए थे।
CM योगी का अपेक्षित का संबोधन:
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने शनिवार को पूर्वांचल की भूमि से अपने कार्यकाल का पहला संबोधन किया है। संबोधन में सीएम योगी उन सभी मुद्दों को दोहराया जिनकी उपेक्षा जनता को उनसे थी। साथ ही उन्होंने सरकार के कार्यकाल के 6 दिन में हुए कार्यों/बदलावों की जानकारी भी अपने संबोधन में शामिल की।
महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल की बात:
सीएम योगी ने अपने संबोधन में महिला सुरक्षा की बात करते हुए ‘एंटी-रोमियो’ दल की कार्यप्रणाली को स्पष्ट किया, उन्होंने कहा कि, सिर्फ शोहदों और मनचलों पर कार्रवाई की जाये। मर्जी से साथ बैठे युवक-युवतियों को परेशान न किया जाये। साथ ही उन्होंने कहा कि, अराजक तत्वों को कोई मौका नहीं देना है। हमें इस मिलकर खत्म करना होगा। साथ ही उन्होंने पूर्वांचल के विकास की भी बात कही। साथ उन्होंने अपनी पार्टी समेत सभी को सन्देश दिया कि, ये भाजपा की बड़ी विजय है, लेकिन किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना है।
गौर से देखें तो यह सिर्फ भाषण मात्र का हिस्सा नहीं लगता है, गुरुवार को एक गैंगरेप पीड़िता के मामले में उन्होंने जिस तरह कदम उठाये, या जिस प्रकार से उन्होंने प्रशासन की कार्य-प्रणाली को बदलने की तत्परता दिखाई, उस तेजी का स्वागत होना चाहिये। साथ ही बूचड़खानों को लेकर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि, जो मानकों के अनुसार अपना काम कर रहे हैं, उन्हें दिक्कत नहीं है, जिसका सीधा सन्देश उन्होंने जनता को यह दिया है कि, जो कानून के अनुसार चलेंगे उन्होंने कहीं कोई समस्या नहीं है। हालाँकि इसकी सत्यता की पुष्टि तो बाद में होगी अभी करीब 5 वर्षों का लम्बा समय सामने है।
किसानों का क्या?:
सीएम योगी ने अपने भाषण में किसानों को प्रमुखता से जगह दी, लेकिन किसानों के लिए उन्होंने जो वादे किये थे, उसके लिए उन्होंने कहा कि, किसानों से किये वादे जल्द पूरे होंगे। गौरतलब है कि, किसानों के लिए कर्ज माफ़ी एक बड़ा मुद्दा है, जिसे पूरा करने की बात पार्टी ने सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट मीटिंग में होने की कही थी, जो अभी हुई नहीं है। हालाँकि, कैबिनेट मंत्रियों को उनके विभाग सौंप दिए गए हैं और उन सभी ने अपना कार्यभार भी संभाल लिया है। ऐसा संभव है कि, मुख्यमंत्री योगी दौरे से आते ही अगले सफ्ताह कैबिनेट की बैठक कर सकते हैं।
यूपी की नै राज्य सरकार ने सूबे की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए अपनी रफ़्तार पकड़ ली है, अब देखना ये है कि, अगले पांच वर्षों में यह रफ़्तार बढ़ती है या उसमें ‘ब्रेक’ लग जायेगा।