उत्तर प्रदेश में पिछले 9 सालों से एक गैंगरेप और एसिड अटैक सर्वाइवर पीड़िता को बार-बार प्रताड़ित किया जा रहा था। एक बार रेप, एक बार गैंगरेप और एसिड अटैक के बाद भी आरोपियों के हौंसले प्रशासन की लापरवाही से बढ़ते चले गए। जिसका परिणाम बीत दिनों सामने आया।
KGMU प्रशासन पर भी लापरवाही के आरोप:
- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को एक गैंगरेप पीड़िता को चलती ट्रेन में तेज़ाब पिलाने की घटना सामने आई।
- घटना के बाद पूरा प्रशासन और पुलिस अधिकारी सकते में आ गए।
- हालाँकि, ऐसा बिल्कुल भी नहीं था कि, यह घटना अप्रत्याशित थी।
- पीड़िता को लगातार पत्रों के माध्यम से धमकियाँ मिल रही हैं।
- इतना ही नहीं पीड़िता के साथ एक बार रेप, एक बार गैंगरेप करने वालों ने ही इस घटना को अंजाम दिया था।
- घटना के दौरान रेल कोच में मौजूद किसी ने भी बदमाशों को रोकने की कोशिश तक नहीं की।
- ट्रेन रुकने के बाद महिला खुद ही जैसे-तैसे रेलवे पुलिस के पास पहुंची।
- जिसके बाद पीड़िता को KGMU के गांधी वार्ड में भर्ती करवाया गया था।
- इस दौरान KGMU में पीड़िता की सुरक्षा के लिए तैनात महिला पुलिसकर्मियों को सेल्फी लेते पकड़ा गया।
- इसके बाद शनिवार को पीड़िता ने KGMU प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
मुख्यमंत्री ने भेजा समन:
- चलती ट्रेन में तेज़ाब पिलाए जाने के मामले में पीड़िता ने KGMU प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाये हैं।
- जिसके बाद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने KGMU कुलपति को मामले में समन भेजा है।
पुलिस की लापरवाही:
- लखनऊ के मोहनलालगंज में चलती ट्रेन में एक गैंगरेप पीड़िता को तेज़ाब पिलाने की घटना सामने आई थी।
- हालाँकि, पुलिस को ऐसी अनहोनी घटना की आशंका पहले से थी।
- जिसके बाद भी पुलिस ने 9 साल पुराने मामले में पीड़िता को सुरक्षा मुहैया नहीं करायी।
- जबकि प्रशासन की ओर से पीड़िता को सुरक्षा मुहैया कराये जाने की बात कही थी।