कंस मामा के बारे में तो सब जानते ही है लेकिन दो मासूम बेटियों से यूपी के सीएम अखिलेश यादव को खून से चिठ्ठी लिखवाने के बाद मीडिया में हीरो बना मामा बेटियों की आर्थिक मदद डकार गया।

  • यूपी सरकार से मिले पैसे को बेटियों के मामा ने अपनी माँ के इलाज का पैसा बताकर हड़प लिया।
  • दोनों बेबस बेटियां आर्थिक मदद के आज भी जिलाधिकारी और नेताओं की चौखट पर मदद के लिए भटक रही हैं।

ये था मामला-

  • बुलंदशहर के चांदपुर रोड निवासी लतिका और तान्या की मां की घर में जलकर मौत हो गई थी।
  • मौत के बाद दोनों बेटियों ने मामा के पास आकर आरोप लगाया कि उनके पिता और उनके परिजनों ने उनकी मां की हत्या की है
  • पुलिस ने पिता मनोज को इस मामले में जेल भेज दिया।
  • जबकि केस के अन्य आरोपियों पर जांच चल रही है।
  • मामा तरूण जिंदल ने बेटियों की 78 साल की दादी, दो बुआ-फूफा, चाचा-चाची समेत 8 लोगों को केस में नामजद कराया था
  • जो मुरादाबाद और खुर्जा में रहते हैं।
  • तरूण जिंदल पर ये भी आरोप है कि उसने आरोपियों से वसूली करने के लिए उन्हें झूठा नामजद कराया था
  • और उनसे एक करोड़ रूपये की डिमाण्ड की थी।

 सीएम को खून से लिखि थी चिटठी:

  • 12 अगस्त को दोनों बहने लतिका और तान्या बंसल ने अपनी मदद के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को खून से चिठ्ठी लिखी थी।
  • चिठ्ठी को पढकर सीएम का दिल भी पिघल गया।
  • जिसके बाद अखिलेश यादव ने बेटियों को लखनऊ बुलाकर उनको मदद का वायदा किया।
  • जिसके महीने भर बाद 5 लाख रूपये की मदद का चेक मुख्यमंत्री ने दोनो बेटियों के लिए भेजा।
  • लेकिन उन पैसों को बेटियों के मामा तरूण जिंदल डकार गया।

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  • जिंदल ने कहा कि ये आर्थिक मदद बेटियों के लिए नहीं, उसकी मां के इलाज के लिए है।
  • उन्होने बताया कि जून-2106 में सीएम से मां की मदद के लिए आवेदन किया था, यह वही रकम है।

डीएम से मिली दोनो बेटिया:

  • गुरूवार को जिलाधिकारी से मिलने पहुंची दोनो बेटियों ने मुख्यमंत्री द्वारा ऐलान की गई अर्थिक मदद को जल्द दिलाने के लिए कहा है।

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  • लतिका बंसल ने बताया कि पांच लाख रूपए का चैक उनकी नानी के नाम से उनके इलाज के लिए आया है।
  • जबकि जिस मदद का वायदा मुख्यमंत्री जी ने किया था वो अभी तक पूरा नही हुआ।

क्या कहते है अधिकारी

  • जिलाधिकारी अन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि बीमारी के लिए शासन से मदद का प्रोसेस अलग होता है।
  • उसमें जिलाधिकारी का दखल रहता है, लेकिन बेटियों को जो 5 लाख रूपये का चेक दिया गया है
  • वह मुख्यमंत्री कार्यालय से बेटियों की मदद के लिए भेजा गया है।
  • बेटियों की नानी ओमवती उनकी संरक्षक है क्योंकि दोनों ही नाबालिग हैं इसलिए चेक नानी के नाम से भेजा है।
  • साथ ही डीएम ने यह भी बताया कि दोनो बेटियों की पढाई के लिए स्कूल की फीस माफ करा दी गयी है।

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