उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश को आईटी सिटी का सपना दिखाया है। तकनीक का बेहतर इस्तेमाल कैैसे किया जा सकता है, ये यूपी के सीएम से अच्छा कौन बता सकता हैै। बात सिर्फ आईटी सिटी बनाने तक सीमित नहीं है, उन्होंने मेेट्रो के बहाने यूपी को तरक्की के उस रास्तें तक पहुंचा दिया जहा तक देश के बहुत कम राज्य पहुंच पाये हैंं। मेेट्रो के आने से ना केवल राज्य की राजधानी लखनऊ का चेहरा बदलेगा बल्कि इस परियोजना के आने कई बेरोजगार युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध होने वाला है।
उत्तर प्रदेश केे लोगो को अब बिजली, पानी और सड़क के साथ तकनीक का सहारा भी चाहिए। सपा सरकार ने इस बात को बखूबी समझ लिया है। जब यूपी की राजधानी लखनऊ में आईटी सिटी बन जायेगी तो ये शहर भी बगलौर, पुणे जैसे विकसित शहरो की जमात में खड़ा़ हुआ नजर आयेगा।
- लखनऊ में 100 एकड़ में आईटी सिटी का निर्माण होने वाला है।
- इस परियोजना में 1500 करोड़ रूपये की पूंजी का निवेश किया जायेगा।
- लखनऊ में ना केवल आईटी पार्क बनेंगे बल्कि यहां रहने वाले लोगो केे लिए माॅॅल, मल्टीप्लेक्स, बैंक आदि भी खोले जायेगे।
- यहां नौकरी करने वालेे लोगो को अपनी जरूरतो के लिए इस सिटी से बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- जितने रोजगार इस आईटी पार्क से निकलेंगे उतने ही अप्रत्यक्ष तौर पर सामने भी आयेंंगे।
- यहां के इंंजीनियरिग काॅॅलेज से निकले छात्रों को आईटी में दक्ष करने के लिए कौशल विकास केंद्र भी बनाये जायेंगे।
- इस कौशल विकास केंद्र में लगभग 5 हजार छात्रों 6 महीनें का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
- यूपी के छात्रों को फीस में कटौती भी दी जायेगी।
- चार मॉडलों में आईटी पार्को को बनाया जा सकता है।