मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रॉजेक्ट गोमती रिवरफ्रंट की रौनक बढ़ाने के लिए लगभग 6,000 पेड़ पौधे, राज्य की एजेंसियों ने लगाए हैं इनमें करीब 4,000 पेड़ों को अन्य राज्यों की नर्सरी से लाया जायेगा। सरकार गोमती के रिवर फ्रंट को मिनी एनबीआरआई बनाने की तैयारी कर रही है। यह जगह शोधकर्ताओं के लिए काफी लोकप्रिय हो सकती है क्योकि गोमती के किनारे ताजी हवा में शोध करना काफी राहत देगा।
लगाये जायेंगे 79 प्रजाति के पेड़-पौधे
- सीएम के इस ड्रीम प्रॉजेक्ट के तहत गोमती नदी के किनारे 8.1 किलोमीटर की दूरी में रिवर फ्रंट में 79 प्रजाति के पौधे लगाए जायेंगे।
- अभी केवल 300 के दायरे का काम पूरी तरह से पूरा हो गया है।
- इसका मुख्यमंत्री उद्घाटन भी कर चुके हैं। परियोजना के तहत पहले चरण में करीब दो किलोमीटर का काम लगभग पूरा हो गया है।
- एक प्रकार से अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ भी रिवर फ्रंट का मुरीद होगा।
- यहां विदेशी पेड़ अफ्रीकी महोगनी के साथ दुर्लभ किस्मों मेडागास्कर बादाम, टर्मिनालिया कटप्पा (भारतीय बादाम) के अलावा गुलाबी और बैंगनी रंग के फूलों से सजा गोमती का किनारा भारत की शान बढ़ाएगा।
माया सकरार में हुआ था पेड़ घोटाल
- पिछली मायावती सरकार में पेड़ घोटाला सामने आया था।
- मायावती सरकार में स्मारकों के किनारे लगाए गए खजूर के पेड़ (18 हजार रुपये प्रति) की दर से खरीदे गए थे।
- लेकिन मौसम की मार के चलते इनमें तमाम पेड़ सूख भी गए थे।
- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी गोमती के किनारे उसी तर्ज पर पॉम के पेड़ लगवाएं हैं।
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