उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी पार्टी के अन्य लोगों से उलट दरियादिली के लिए भी जाने जाते हैं।
एक बुजुर्ग को सहारा देते हुए करवाया उसका इलाज:
- सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का रहमदिल व्यक्तित्व एक बार फिर देखने को मिला है।
- प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित लोहिया संस्थान में एक बुजुर्ग को उसका परिवार पैसे की कमी के चलते लोहिया में मृतप्राय अवस्था में छोड़कर चले गए।
- जिसके बाद सीएम अखिलेश ने उस बुजुर्ग व्यक्ति का इलाज कराया जिससे बुजुर्ग की जान बच गयी।
डॉक्टर ने मुख्यमंत्री अखिलेश तक पहुंचाई गुहार:
- बुजुर्ग राम सुन्दर देवरिया के निवासी है और उनकी उम्र 100 साल के करीब है।
- बुजुर्ग को उनकी बेटी और दामाद लोहिया संस्थान में बेहोशी की हालत में लेकर आये थे।
- लोहिया संस्थान के डॉक्टर भुवन चन्द्र तिवारी ने उनका ईसीजी किया था. आगे जांच में पता चला की बुजुर्ग की धमनियों में ब्लॉकेज है और पेसमेकर लगाये जाने की आवश्यकता है।
- डॉक्टर ने इसकी जानकारी बुजुर्ग के परिजनों को दी और साथ ही ये भी बताया की पेसमेकर न लगाने की स्थिति में इनकी जान भी जा सकती है।
- जिसके बाद परिजनों ने रुपये न होने की बात कही और बुजुर्ग को छोड़कर वो वैसे ही चले गए।
- जिसके बाद डॉ० भुवन चन्द्र तिवारी ने बुजुर्ग की समस्या को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक पहुँचाया और बताया कि, बुजुर्ग के इलाज के लिए करीब डेढ़ लाख रुपये की आवश्यकता है।
- जिसके बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तत्काल प्रभाव से राहत कोष से रुपयों की व्यवस्था की, जिसके बाद 28 जुलाई को बुजुर्ग को पेसमेकर लगाया गया।
- इसके साथ ही बुजुर्ग की हालत में काफी सुधार है और वो डॉ० भुवन चन्द्र तिवारी और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को धन्यवाद् देते नहीं थक रहे हैं।
नहीं है पहला वाक्या:
- सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का समय-समय पर दरियादिल व्यक्तित्व देखने को मिलता है।
- हाल ही में उन्होंने एक बुजुर्ग व्यक्ति का इलाज कराया, जिसे उसके परिजन रुपयों की कमी के चलते अस्पताल में मरणासन्न छोड़कर चले गये थे।
- और ये पहला वाक्या नहीं है जब मुख्यमंत्री ने किसी बुजुर्ग के प्रति हमदर्दी दिखाई हो, बीते समय में उन्होंने एक सबइंस्पेक्टर द्वारा जीपीओ पर बैठे एक बुजुर्ग व्यक्ति की पिटाई और उसका टाइपराइटर तोड़ देने के मामले को भी काफी गंभीरता से लिया था।