उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा के प्रथम ग्रीष्मकालीन सत्र की शुरुआत सोमवार 15 मई से हो चुकी है, गौरतलब है कि, 17वीं विधानसभा में सत्र के पहले दिन हंगामे के कारण सदन को स्थगित करना पड़ा था। मंगलवार 16 मई को विधानसभा सत्र का दूसरा दिन है, जिसके तहत यूपी विधानसभा स्पीकर ह्रदय नारायण दीक्षित और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सदन पहुंचे थे। जहाँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने GST पर चर्चा से पहले अपना संबोधन किया।
GST बिल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संबोधन के मुख्य अंश:
आर्थिक सुधार का सबसे बड़ा साधन:
- GST बिल देश में आर्थिक सुधारों का सबसे बड़ा साधन है,
- कर प्रणाली की एकजुटता बनाये रखने के लिए GST काउंसिल की व्यवस्था की गयी है,
- अभी तक GST काउंसिल की 13 बैठके हुई हैं,
- GST एक महत्वपूर्ण विधेयक है,
- यह उपभोक्ताओं और व्यापारियों के हित में भी है,
- GST अप्रत्यक्ष कर में सुधार है,
- पिछली सरकार ने भी GST पर अपनी सहमति दी थी,
- 2014 में केंद्र सरकार ने GST बिल को पारित किया था,
सदन में इस पर चर्चा हो:
- मैं प्रस्ताव करता हूँ कि, सदन में इस पर चर्चा हो,
- GST से आम जनता को राहत मिलेगी,
- राज्यों द्वारा लगाये जाने वाले कर में एकरूपता के लिए GST,
- GST तभी लागू हो पायेगा जब सभी विधानसभाओं में पारित हो जाये,
- GST लागू होने से कर की चोरी रुकेगी,
व्यापारियों का उत्पीड़न होता है:
- बॉर्डर पर सामान को लेकर व्यापारियों का उत्पीड़न,
- उत्तर प्रदेश के अन्दर एक महत्वपूर्ण दायित्व हम सब पर आ चुका है,
- GST लागू होने के बाद आम जनता को इससे लाभ होने वाला है।
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