यूपी की जनता को अब अपनी समस्याओं के लिए अधिकारियों के चक्कर काटने और उन्हें रिश्वत देने की कोई जरुरत नहीं होगी। अब अगर कोई भी स्थानीय अधिकारी आपकी समस्या को नहीं सुन रहा या काम करने में किसी तरह की आनाकानी कर रहा हो तो आपको केवल एक टोल फ्री नंबर डायल करना होगा और आप उस पर अपनी समस्या बता सकते है।
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खुद सीएम करेंगे मॉनिटरिंग
- जानकारी के मुताबिक यूपी सरकार लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए ‘मुख्यमंत्री हेल्पलाइन’ नंबर की शुरुआत करेगी।
- 1000 सीटों वाले इस सेल को सरकारी नहीं बल्कि निजी हाथों में सौंपा जाएगा।
- इसकी शुरुआत अगले साल की शुरु में किये जाने की तैयारी है।
- हेल्पलाइन की मॉनिटरिंग एक स्पेशल डैशबोर्ड के जरिए खुद सीएम योगी आदित्यनाथ करेंगे।
- आपको बता दें कि ऑनलाइन की अपेक्षा इसमें कई गुना शिकायतें एक दिन में दर्ज की जा सकती
- है।
- केस में हुई कार्रवाई की जानकारी के लिए एक दिन में 55,000 कॉल्स की जा सकेंगी।
- शिकायत करने वाले व्यक्ति के पास उसके मोबाइल पर एक मैसेज आएगा।
- जिसमें बताया जाएगा कि उनकी समस्या के समाधान में कितना समय लगेगा।
- यहीं नहीं यदि उनकी समस्या का समाधान वहां नहीं हो सकेगा तो उसे आगे समाधान के लिए संभाग मुख्यालय भेजा जाएगा।
- इसके बाद भी यदि शिकायती की समस्या का समाधान नहीं हो पाता है तो उसे राजधानी के बड़े अफसरों तक पहुंचाया जाएगा।
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24 घंटे चलेगी हेल्पलाइन सेवा
- सप्ताह के सातों दिन संचालित होने वाली यह मुख्यमंत्री हेल्पलाइन सेवा 24 घंटे संचालित की जाएगी।
- ताकि बिना किसी रुकावट के किसी भी दिन किसी भी वक्त कोई व्यक्ति अपनी समस्या सरकार तक पहुंचा सके।
- राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है कि यूपी की एक बड़ी समस्या है कि अधिकारी आम आदमी की शिकायतें नहीं सुनते।
- यदि किसी व्यक्ति को अपना काम कराना है तो उसके लिए अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक रिश्वत लेते हैं।
- मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के शुरू होने से आम आदमी अपनी बात सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचा सकता है।
- यूपी सरकार सभी की समस्याओं का समाधान करना चाहती है फिर चाहे इसके लिए उसे घर-घर तक ही क्यों न जाना पड़े।
- इस हेल्पलाइन पर कॉल करने पर व्यक्ति को हिंदी भाषा में सीएम की ओर से अभिवादन का संदेश मिलेगा।
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- आपको बता दें कि समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली यानि जनसुनवाई में रोजाना 6,000 शिकायतें आती हैं।
- लेकिन, इन शिकायतों को सिर्फ ऑनलाइन जमा किया जा सकता है, फोन के जरिए नहीं।
- ऐसे में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के शुरू होने से आम लोगों के लिए शिकायतें करना आसान हो जाएगा।
- काननू व्यवस्था या मेडिकल से जुड़ी आपात शिकायतों को UP 100 को दिया जाएगा।
- सरकार सभी विभागों से 10 अधिकारियों को नामित करेंगी जो प्राइवेट सेल ऑपरेटरों को उनके विभाग से जुडी जानकारी देंगे।
- इस सिस्टम की एक खास बात यह भी है कि इसमें शिकायतकर्ता का फीडबैक भी लिया जाएगा।