मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी बुधवार रात अपने सरकारी आवास के पास बने सेल्टर होम में निरीक्षण करने पहुंचे। जियामऊ स्थित नगर निगम के एक सेल्टर होम में बेड और दूसरे में जमीन पर ही गद्दे बिछे देख सीएम ने थोड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने बेड के साथ बेघरों के लिए खाना बनाने के इंतजाम करने के भी निर्देश दिए। (Yogi Adityanath Visits Rain Basera)
सड़क पर सोने वालों को सेल्टर होम पहुंचाने के निर्देश (Yogi Adityanath Visits Rain Basera)
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी रात में सड़क किनारे सोने वाले बेघरों को नजदीकी शेल्टर होम पहुंचाएं। सीएम जियामऊ से चकबस्त स्थित शेल्टर होम भी गए। वहां पर भी लोगों का हाल लिया। वहां साफ-सफाई मिली। सीएम ने कहा, हो सकता है मेरे आने की सूचना पर सफाई करवाई गई हो, लेकिन ऐसी सफाई हमेशा रहनी चाहिए।
सीएम ने व्यवस्था और सुधारने के साथ ही रैन बसेरे में मौजूद लोगों से हालचाल लिया और उनसे पूछा, कोई दिक्कत तो नहीं…उन्होंने वहां मौजूद अफसरों को निर्देश दिया कि किसी को कोई दिक्कत न हो। गर्म पकड़ों और कंबल का इंतजाम रखो और अलाव जलाते रहो। जियामऊ शेल्टर होम में राजेश कुमार, मैकू, राजेश, छब्बे और बाबादीन समेत 10 से ज्यादा लोगों को सीएम के पहुंचने से चंद मिनट पहले ही नए कंबल दिए गए।
मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि जिले के अधिकारी एक-एक शेल्टर होम की व्यवस्था सुधारने के लिए इन्हें गोद लें। सीएम ने डीएम कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त उदयराज सिंह से भी व्यवस्था सुधारने के लिए कहा। सीएम ने विद्याराम से हाल पूछा तो वह हाथ जोड़कर बैठ गए। कहा-बाबा व्यवस्था अच्छी है, लेकिन ठंडक ज्यादा लगती है। सीएम ने अधिकारियों से कंबल और चादर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। बाबादीन ने कहा कि महाराज को पहली बार देख जीवन धन्य हो गया। बता दें कि सीएम के आने की भनक पहले ही अधिकारियों को थी। इसके चलते उन्होंने इन रैन बसेरों में बढ़िया व्यवस्था कर दी थी। लेकिन शहर के तमाम रैन बसेरों की हालत खस्ता है। (Yogi Adityanath Visits Rain Basera)