लखनऊ: 8 मेडिकल कॉलेजों में एक का नाम गुरुनानक देव के नाम पर-सीएम योगी
Shivani Awasthi
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज राजधानी लखनऊ में सिख समाज के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हैं. जहाँ उनके साथ प्रदेश के दोनों उप मुख्यमंत्री भी मौजूद हैं.
मुख्यमंत्री योगी का संबोधन:
सभी का स्वागत अभिनंदन, बलदेव सिंह औलख का भी स्वागत.
कुछ दिन बाद हम 550 प्रकाश वर्ष सम्मेलन शुरू करेंगे.
यह हमारे लिए किसी गौरव से कम नहीं.
सिख पंथ का इतिहास भारत को ऊर्जा से ओत प्रोत करता है
सिख समाज कोई चीज मांगता है तो मुझे लगता है कि उसे खुद वो मिलना चाहिए.
यह देश स्वतंत्र भारत में भी कश्मीर को नहीं बचा पाया.
दशकों पहले ना जाने कितने हिंदुओं और सिखों ने वहां से पलायन किया था.
गुरु तेग बहादुर उस समय इसके लिए जिये थे.
इस देश के लिए गुरु गोविंद सिंह ने बहुत बलिदान किया है.
गौरवशाली परंपरा के आप सब लोग वारिस है.
गुरु गोविंद ने अपने आपको इस देश के लिए कुर्बान किया है
आपके लिए किसी ने कुछ किया है तो उसके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करो:
सिख समाज को किसी के सामने हाथ फैलाने की ज़रूरत नही है.
अगर आपके लिए किसी ने कुछ किया है तो उसके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करो.
जहां भी संकट के बादल मंडराते थे, वहां सिख गुरु जाकर बचाते थे.
हिंदू और सिख परिवार में कोई भेद नहीं है.
इस देश को बचाने के लिए गुरु गोविंद सिंह ने कलसा पंत की स्थापना की थी
आप लोगो से अच्छा बलिदान कौन दे सकता है.
कश्मीरी पंडितों को बचाने के लिए गुरु तेग बहादुर ने बलिदान दिया.
जहां भाई भाई के झगड़े होते हैं, वहां देश के लिए खुद को बलिदान कर दिया.
मैंने सिख समुदाय से कभी वोट नहीं माँगा:
मैंने सिख समुदाय के लोगों से कभी वोट नहीं मांगा.
यहां सभी गुरुओं के कार्यक्रम पूरी श्रद्धा के साथ मनाए जाते हैं.
पहले काबुल और अफगानिस्तान में हिन्दू और सिख थोड़े बचे है.
जो है भी वह भी दीनहीन अवस्था मे है.
जब तक कश्मीर में हिन्दू राजा था तब तक कोई भी नुकसान नही हुआ.
केसरिया ध्वज और पगड़ी केवल भाजपाई और हम जैसे लोग लगा सकते है.
भारत की राष्ट्रीयता का जो सम्मान नही करते, वह हमारे नही हो सकते है.
हम कोई ऐसा काम न करें जिससे शर्मिंदा होना पड़े
कानपुर के दंगों की एसआईटी जांच के आदेश हमने पहले ही दे दिए है.
8 मेडिकल कॉलेजों में एक का नाम गुरुनानक देव के नाम पर:
8 मेडिकल कॉलेजों में से एक गुरुनानक देव के नाम से होगा.