कहते हैं इस दुनिया में अगर किसी की मोहब्बत सबसे निःस्वार्थ और छल कपट से परे है तो वो है एक बच्चे के लिए उसकी माँ की मोहब्बत. ऐसे में एक माँ के सामने सवाल जब उसके बच्चे की ज़िन्दगी का हो तो वो ज़माने की ठोकरें खाने को भी तैयार हो जाती ही. एक माँ की ममता की ऐसी ही बानगी देंखने को मिली यूपी के मेरठ के पल्लवपुरम फेज़ 2 के मोदीपुरम इलाके में. जहाँ रहने वाली एक माँ बबिता शर्मा ब्लड कैंसर से पीड़ित अपने बच्चे के लिए पिछले डेढ़ महीने से कभी क़र्ज़ देने वालों के आगे अपना दामन फैलाती दिखाई देती हैं तो कभी राजनेताओं के दर पर ठोकरें खाते और गुहार लगते. लेकिन इनकी ज़रुरत की रकम इतनी बड़ी है कि लाखों रूपए क़र्ज़ लेने यहाँ तक के घर के सारे बर्तन बेंचने के बावजूद जस की तस बनी हुई है.
ये है पूरा मामला-
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- मेरठ निवासी नरेश कुमार शर्मा एक स्कूल में चपरासी के पद पर कार्यरत है.
- इस काम के लिए उन्हें जितना वेतन मिलता है उससे आज की इस बढती महंगाई में घर चलाना ही मुश्किल होता है.
- लेकिन इसके बावजूद इस वेतन में नरेश और उनकी पत्नी बबिता किसी तरह अपना गुज़र-बसर करते हैं.
- बता दें कि नरेश और बाबती के तीन बच्चे हैं.
- बबिता ने बताया की उनपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.
- दरअसल उनकी बेटी पिछले 20 वर्षों से मानसिक रोगी है.
- जिसका इलाज वो लगातार करा रहे हैं और इस इलाज में उनकी कमी के काफी पैसे लग जाते हैं.
- इनका बेटा रजनीश शर्मा जो मेरठ के नीलकंठ कॉलेज में आईटी की पढाई कर रहा था.
- इस दौरान ब्लड कैंसर से ग्रसित हो गया.
- काफी भाग दौड़ के बाद ये लोग बेटे को लखनऊ के संजय गाँधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान ‘SGPGI, लेकर पहुंचे.
- बेटे की जांच करने के बाद बाद पता चल उसे ब्लड कैंसर है जिसके चलते उसके बोन मैरो में सस्य है,
- डॉक्टरों ने बताया की इलाज के लिए करीब 10 लाख रूपए लगेंगे.
- जिसमे से 6 लाख रूपए पहली 4 कीमोथेरेपी के लिए लगेंगे.
- लेकिन इस छोटी से नौकरी में इतना पैसा लाना संभव नही था.
पूर्व सीएम अखिलेश यादव के पास चार बार जाने पर भी नही मिली मदद-
- रजनीश की माँ बबिता ने बताया की उन्होंने ब्याज पर करीब साढ़े चार लाख रूपए उठाये हैं.
- इसके अलावा घर के लगभग सारे बर्तन भी बेंच चुकी हैं,
- लेकिन फिर भी बच्चे का सिर्फ टेस्ट और दवाओं का इंतज़ाम कर हो पाया है.
- उन्होंने बताया कि वो पूर्व सीएम अखिलेश यादव के पास 4 बार जा चुकी है.
- लेकिन घंटों बैठने के बावजूद भी उनकी मुलाक़ात अखिलेश यादव से नही हुई.
- इस दौरान बात मीडिया में आने से बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक भी पहुंची.
- जिसके बाद उन्होंने CMO को पीड़ित परिवार बात करने के आदेश दिए.
- CMO द्वारा पीड़ित परिवार से बात करने पर उन्हें जल्द मदद का आश्वासन दिया गया है.