मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज प्रदेश के मुरादाबाद जिले में हैं. जहाँ सीएम योगी जिले के पुलिस लाइन स्थित डॉ0 भीमराव आंबेडकर पुलिस एकेडमी पहुंचे हैं. इस दौरान सीएम योगी ने नवनियुक्त सहायक अभियोजन अधिकारियों को बढ़ाई दी. गौरतलब हैं कि पहली बार सहायक अभियोजन अधिकारियों के किसी कार्यक्रम में सीएम योगी शामिल हुए हैं.
सीएम योगी के सम्बोधन की ख़ास बातें:
नवनियुक्त प्रशिक्षु अभियोजन अधिकारियों को सीएम योगी ने सम्बोधित करते हुए सभी अधिकारियो को बधाई दी.
-मुझे प्रसन्नता है कि आज उत्तर प्रदेश पुलिस अकादमी मुरादाबाद में आप सबको भावी योजना के बारे में अवगत कराने के लिए हम सब उपस्थित हुए हैं.
-हम सब का मानना है कि कानून का राज स्थापित करने के लिए सहायक अभियोजन अधिकारियों की अहम भूमिका है.
-कानून का राज आपकी भूमिका से ही होगा.
-किसी भी बुद्धिमान मनुष्य के लिए आवश्यक है कि वह दूसरे की ठोकर देखकर अपने लिए रास्ता बनाये ना की खुद ठोकर लगने का इंतजार करें.
सीएम ने दिया सहायक अभियोजन अधिकारियों को मूलमंत्र:
-सरकार हर मुकदमें को हार जाती है क्योंकि कोर्ट में पक्ष रखा जाता ही नहीं, इसलिये में खुद आपसे मिलने आया हूं.
-अनुशासन पुलिस अकादमी का सबसे बड़ा नियम है.
-कार्य करते समय फैसले लेने में दिक्क्क्त होगी लेकिन अपने जीवन में गौरवांकित करने वाला निर्णय लेना.
-आपका फैसला आपके जीवन की छवि को तय करेगा.
-आपसे आह्वान करता हूं कि अपनी जीवन की छवि को बिगड़ने मत देना.
-आपको हजारों विधि स्नातकों में से चुना गया है.
संघ लोक सेवा से निकले अधिकारी भी अच्छा प्रशासन देने में विफल:
-संघ लोक सेवा से निकले अधिकारी भी श्रेष्ठ प्रशासन देने में विफल हो जाते है.
-जीवन को आगे बढ़ाने वाले सामान्य ज्ञान और मानवीय पक्ष ही विशिष्ट छवि दिलाते है.
-एक तरफ जीवन का ध्येय होना चाहिए कि कोई अपराधी बचना नहीं चाहिए और किसी निर्दोष को बलि का बकरा बनाने से बचाना भी आवश्यक.
-दोषी बनने से बचिए और आदर्शों मूल्यों के जरिये आगे बढिये.
-निष्ठा से काम करने वाले अधिकारियों के नाम को देश जानता है. पद की गरिमा का विचलन करने वालो को गुमनाम रहना पड़ता है.
-लंबी यात्रा जीवन में अगर आपको करनी है तो सबसे पहले अनुशासन, समयबद्धता फिर अपने चरित्र के माध्यम से दूसरों के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत करना होगा.
-1.62 लाख पुलिस कर्मियों की भर्ती होनी है, मैरिट वाली प्रतिभा के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा.
-न्याय पैसे के बल पर नहीं खरीदा जाय इसका ध्यान रखना होगा.
-न्याय को पैसे के बल पर कोई खरीदने न पाए इसमें हम सबको अपनी भूमिका का ईमानदारी से निर्वहन करना होगा.