उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते दिन भाजपा समन्वय बैठक का आयोजन हुआ. इस बैठक में सरकार के पदाधिकारियों सहित संगठन और संघ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी बैठक में हिस्सा लिया.
मुख्यमंत्री ने बताया उनकी सरकार में नहीं हुआ दंगा या आतंकी हमला:
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने संघ के पदाधिकारियों के साथ होने वाली इस समन्वय बैठक में कहा कि उनकी सरकार में प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ और न ही कोई आतंकवादी घटना। सभी त्योहार शांतिपूर्वक और हर्षोल्लास के साथ मनाए गए।
पिछली सरकारों में आए दिन दंगे और आतंकवादी घटनाएं होती थीं लेकिन उनकी सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर नियंत्रण पाया गया है।
आरएसएस सहकार्यवाह ने हिंदुओं के एक-जुटता की कही बात:
वहीं बैठक में शामिल हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह कार्यवाह कृष्ण गोपाल ने कहा कि लोकसभा के 2014 के चुनाव की तरह 2019 के चुनाव में हिन्दू समाज को एकजुट करने की जरूरत है।
वहीं उन्होंने राम मंदिर निर्माण पर बात करते हुए कहा कि संघ राम मंदिर निर्माण के प्रति संकल्प-बद्ध है। मंदिर निर्माण के प्रति सरकार और संगठन को भी अपनी प्रतिबद्धता का संदेश हिन्दू समाज को देना चाहिए।
सरकार और संगठन में समन्वय की कही बात:
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा संगठन व सरकार के साथ आरएसएस के पदाधिकारियों की इसी तरह की समन्वय बैठक लगातार होनी चाहिए। इसमें आरएसएस के सभी सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधियों को भी बुलाया जाना चाहिए।
आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय हसबोले ने भी अपने संबोधन में संघ के प्रमुख मोहन भागवत के राम मंदिर निर्माण बनाने के लिए कानून का समर्थन करते हुए कहा कि अब यह सरकार में बैठे लोगों की जिम्मेदारी है कि मंदिर निर्माण का मार्ग जल्द कैसे प्रशस्त हो।
उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण अब राष्ट्रवाद का मुद्दा बन गया है। राष्ट्र को संगठित रखने के लिए मंदिर निर्माण अब अपरिहार्य है।