उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को 3 विभागों की प्रेजेंटेशन देखी थी, प्रेजेंटेशन के बाद मुख्यमंत्री योगी ने सम्बंधित अधिकारियों को जरुरी दिशा-निर्देश दिए। गौरतलब है की, मुख्यमंत्री योगी ने प्रेजेंटेशन देखने का कार्यक्रम बीते 3 अप्रैल से शुरू किया है।
सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग का प्रेजेंटेशन के बाद मुख्यमंत्री योगी के निर्देश:
- सिंचाई परियोजनाओं के पूर्ण होने में हो रही देरी पर मुख्यमंत्री न्र नाराजगी जताई।
- अधिकारी सिंचाई परियोजनाओं की बढ़ती लागत को नियंत्रित करें।
- सरकारी परियोजनाओं में हो रहे भ्रष्टाचार को बंद करने के लिए दृढ संकल्पित।
- मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव सिंचाई, प्रमुख सचिव वित्त परियोजनाओं की समीक्षा करें।
- परियोजनाओं की समीक्षा कर अग्रिम कार्य योजना रणनीति बनायें।
- सार्वजनिक धन का अपव्यय एक अपराध है, जिस पर ध्यान देना होगा।
- जनता के पैसे के दुरूपयोग के उदाहरण के लिए मुख्यमंत्री योगी ने गोमती रिवरफ्रंट का नाम लिया।
- वरुणा नदी के चैनेलाइजेशन, तटीय विकास का कार्य 2018 तक पूरा करें।
- यूपी वाटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग परियोजना फेज-2 के काम में तेजी लायें।
- बुंदेलखंड में पानी की समस्या के लिए सरकार दृढ संकल्पित है।
- केन-बेतवा लिंक नहर का काम प्राथमिकता से किया जाये।
- बाढ़ नियंत्रण के लिए तटबंधों के निर्माण का कार्य समय रहते पूरा किया जाये।
- नहरों, नालों, ड्रेनों की सिल्ट की सफाई का काम पारदर्शिता के साथ समय से पूरा किया जाए।