उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार 21 अप्रैल को 7 विभागों की प्रेजेंटेशन देखी थी, प्रेजेंटेशन देखने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को जरुरी दिशा-निर्देश दिए। जिसकी जानकारी राज्य सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने इसकी जानकारी मीडिया को दी।

प्रेजेंटेशन देखने के बाद मुख्यमंत्री योगी के दिशा-निर्देश:

खाद्य एवं औषधि विभाग का प्रेजेंटेशन:

  • पदार्थों में मिलावट करने वालों पर होगी कार्रवाई।
  • खाद्य पदार्थों के नमूनों के विश्लेषण के लिए सभी जनपदों में प्रयोगशालाएं होंगी।
  • मिलावट करने वालों के खिलाफ चलाया जाये अभियान।
  • नमूनों का विश्लेषण करने के लिए प्रतिमाह लक्ष्य निर्धारित हो।
  • दूध में मिलावट के लिए मोबाइल लैब के माध्यम से हो।
  • खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच के तरीकों का प्रचार-प्रसार हो।

स्वास्थ्य विभाग का प्रेजेंटेशन:

  • स्वास्थ्य सेवाएं आखिरी व्यक्ति तक पहुंचने पर जोर।
  • लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएँ।
  • गाँव, गरीब और समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचे।
  • प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में नजर आये सुधार।
  • चिकित्सकों और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
  • डेंगू, जापानी इंसेफ्लाइटिस, चिकनगुनिया प्रभावित रोगियों का उपचार होगा।
  • सस्ती दवा के लिए जन औषधि केंद्र खोले जायेंगे।
  • OPD एवं आपातकालीन सेवाओं को बेहतर किया जायेगा।
  • घटना के बाद 15 मिनट के भीतर पहुंचेगी एम्बुलेंस।
  • नेशनल हेल्थ मिशन के तहत केंद्र से मांगी गयी 712 एम्बुलेंस।
  • गांवो में पीएचसी और सीएचसी में डॉक्टर पहुंचे।
  • सूबे में पिछली सरकारों ने बाल कुपोषण पर जोर नही दिया।
  • अच्छी योजनाओं को बंद करना लक्ष्य नहीं, लेकिन गड़बड़ियों की जांच होगी।

चिकित्सा शिक्षा विभाग का प्रेजेंटेशन:

  • बिना तैयारी के कैंसर संस्थान का उद्घाटन करना चिकित्सा सेवाओं से खिलवाड़।
  • चिकित्सकों और चिकित्सा शिक्षकों की कमी को कार्य योजना बनाकर दूर करें।
  • अधूरे निर्माण और अधूरी योजनाओं को जल्द पूरा किया जायेगा।
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