उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने सरकारी आवास 5 केडी मार्ग पर पत्रकारों से वाटर करते हत्ये किसानों और गन्ना भुगतान सहित कई मुद्दों पर चर्चा की.
सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान :
- गन्ना किसानों के भुगतान के लिए 30 नवंबर तक का समय हमने दिया.
- आलू के लिए भी हमने बड़े कदम उठाए है।
- बाढ़ गंगा परियोजना का भी काम हमने ही 1 साल में पूरा करने का काम किया है।
- इसको हम और आगे भी बढ़ायेगे।
- प्रदेश के अंदर किसनो को राहत देने के लिए मंडी की अच्छी व्यवस्था व धान क्रय के लिए भी बड़े स्तर पर काम हो रहा है।
- किसानों के लिए कभी इतना काम नही हुआ है.
सरकार ने किसानों की मांगे मानी:
- किसानों को जो पहले लाठी मारते थे, आज वही लोग घड़ियाली आंसू बहाने का काम कर रहे है ।
- किसान आंदोलन में उनकी माँगों पर सरकार पहले से ही काम कर रही है.
- जहाँ तक आवारा पशु की बात हसी, हमने गौशालाओं के लिए काम शुरू कर दिया है ।
- जिलों में गौशाला के लिए पैसा दे रहे
- धान केंद्रों पर भी हम काम कर रहे है।
- जब हम आये थे तब गन्ना किसानों का बड़ा मूल्य बकाया था.
- उस पर राहत देने के लिए हमने काम किया.
- जब तक किसानों के खेत में गन्ना खड़ा रहेगा तब तक मिलों को चलाने का काम किया जायेगा.
- हम विपरीत स्थितियों में भी 26 हज़ार करोड़ का मूल्य दे चुके है.
63 मिलों ने 75% गन्ने का भुगतान कर दिया.
- गन्ना मिलों के लिए भी काम चल रहा है
- साथ ही सॉफ्ट लोन की भी व्यवस्था हमने की है।
- सरकार ने किसानों की मांगे मानी
- किसानों को बीज, खाद उपलब्ध कराया.
बीजेपी सरकार के एजेंडे में किसान
- यूरिया की कालाबाजारी रोकी
- सिंचाई के लिए उत्तम व्यवस्था की.
- केंद्र सरकार ने सराहनीय प्रयास किया.
- किसानों के खाते में सीधा पैसा भेजा.
- किसान को विपक्ष ने राजनीतिक एजेंडा बनाया
- सालों से किसान उपेक्षित पड़ा हुआ था.
- लघु,सीमांत किसानों का एक लाख तक कर्ज माफ किया.
देश में किसानों के हित वाली सरकार:
- किसान की खरीद 3 माह चले.
- 53 लाख मिट्रिक टन खरीद की इस बार
- धान क्रय का 50 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य
- गन्ना किसानों के पैसे का भुगतान कराया
- 26 जून तक प्रदेश की चीनी मिलें चली.
- अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में चीनी की कीमत कम
चीनी मिलों ने अधिकतर भुगतान किया:
- चीनी मिलों ने अधिकतर भुगतान किया.
- 9 चीनी मिलों ने गन्ना भुगतान कम किया.
- चीनी मिलों के लिए स्पेशल पैकेज लेकर आए.
- विपक्ष ने किसानों की उपेक्षा की
- मंडियों को सही करने की बात चल रही है.
- 1770,1790 रूपए धान की कीमत देंगे
- किसानों के हितों की रक्षा करेगी सरकार
- तीन दिन से किसानों के साथ मंत्री लगे हैं.