बाढ एक आपदा है तकदीर नहीं. आपदा से राहत एवं मुक्ति पाई जा सकती है। इसके लिए संयम और साहस की जरूरत है । हमारी सरकार द्वारा बाढ प्रभावित लोगो के साथ है बिना किसी भेदभाव के राहत प्रबंधन कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने आज बाराबंकी के दरियाबाद विधानसभा क्षेत्र मे स्थित जे बी एस संस्थान दुल्हदेपुर में बाढ प्रभावित पीड़ितो को राहत सामग्री वितरित करते हुए ये बातें व्यक्त की।
सीएम योगी आज बाराबंकी दौरे पर:
मुख्यमंत्री ने आज घाघरा के बाढ प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वे किया तथा स्थिति का जायजा लिया.
जिसके बाद दरियाबाद क्षेत्र के जे बी एस संस्थान दुल्हदेपुर पहुंच कर एक जनसभा को संबोधित किया और घाघरा के बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की।
सीएम योगी का सम्बोधन:
- जे बी एस संस्थान दुल्हदेपुर में घाघरा के बाढ प्रभावित पीड़ितो को राहत सामग्री वितरित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि घाघरा नदी मे आई बाढ एक आपदा है लेकिन किसी की तकदीर नही है।
- इस आपदा व त्रासदी से निपटने के लिए हमें हिम्मत व साहस से क़दम कदम मिलाकर साथ चलना होगा।
- उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार बाढ की विभीषिका से निपटने के लिए पूरी मुस्तैदी से तत्पर है किसी भी दशा मे कोई कमी नही होने दी जाएगी ।
- उन्होंने बताया कि हमारी सरकार किसी भी तरह का भेदभाव नही करती और सबके साथ मिलकर विकास कार्य कर रही है ।
- घाघरा नदी के बाढ प्रभावित पीड़ितो को बिना किसी भेदभाव व जाति-धर्म की भावना को दूर रखकर राहत सामग्री वितरित की जा रही है ।
- उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन को बाढ़ पीडि़त परिवार को राहत सामग्री पहुंचाने के साथ ही रहने के लिए अस्थाई व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए हैं।
- पशुओं के लिए चारा, पेयजल व्यवस्था कराई जाएगी।
सिंचाई मंत्री को दिए निर्देश:
उन्होंने वही एल्गिन-चरसड़ी तटबंध के स्थाई समाधान के लिए सिंचाई मंत्री को निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ क्षेत्र के ऐसे परिवार, जिनके पास पक्का मकान नहीं है उनकी सूची तैयार करके उपलब्ध कराने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए हैं। आने वाले समय में सभी परिवारों को पक्का आवास दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री: बाढ़ग्रस्त इलाकों में नाव की हो समुचित व्यवस्था
- आवागमन की समस्या पर उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में पर्याप्त नाव की व्यवस्था की जाए।
- बाढ़ पीड़ित इलाकों में राहत कार्यों को नई गति देने के लिए ही बाढ़ क्षेत्रों का दौरा कर रहा हूं।
- सरकार का पूरा प्रयास होगा की किसी पीड़ित को कोई कष्ट न मिलने पाए।
- इसके लिए जिला प्रशासन को निर्देश दे दिए गए हैं कि पैसों की कमी नहीं है।
- उन्होंने कहा कि बाढ़ जैसी आपदा में जो लोग घर खो चुकें हैं।
- झोपड़ पट्टी में रहते हैं, कच्चे घर बारिश में बह जाते हैं।
- उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास उपलब्ध कराया जायेगा।
बाराबंकी और गोंडा के लिए पूल की व्यवस्था:
मुख्यमंत्री के संबोधन से पहले दरियाबाद विधायक सतीशचंद्र शर्मा ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि घाघरा नदी के उस पार गोंडा जिले के गांवों को पुल बनाकर जिले में ही रखा जाए.
नदी के उस पार के बारह गांव बाराबंकी जिले में हैं. वहां के लोगों का रहन सहन बाराबंकी जैसा ही है और वहां के लोग गोंडा नहीं जाना चाहते हैं. इन लोगों की भावनाएं बाराबंकी से जुड़ी हुई है। जिस पर विचार करने का मुख्य मंत्री ने आश्वासन दिया।
इस अवसर पर सभा में फैजाबाद सांसद लल्लू सिंह भाजपा जिला अध्यक्ष अवधेश श्रीवास्तव के अलावा विधायक शरद अवस्थी उपेंद्र रावत साकेन्द्र वर्मा, बैजनाथ रावत जे बी एस संस्थान के प्रबंधक अंगद सिह के अलावा जिले का प्रशासनिक अमला मौजूद रहा।
[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”उत्तर प्रदेश की खबरें” background=”” border=”” thumbright=”no” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”uttar_pradesh_categories” orderby=”random”]