एससी एसटी एक्ट में हो रहे बदलाव के कारण पूरे देशभर में दलित समाज द्वारा हिंसक धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस पर पुलिस द्वारा कई जगहों पर लाठीचार्ज भी करना पड़ा। भारत बंद पर सीएम योगी ने कहा कि भारत बंद के नाम पर हिंसा न हो। केंद्र और राज्य सरकार भावना को समझ रही है। केंद्र सरकार ने आज ही पुनर्विचार याचिका डाली है।
सीएम ने कहा-
कानून व्यवस्था खराब करने की स्थिति न पैदा हो।
हमारी पूरी संवेदना एससी-एसटी के साथ है।
हमारी संवेदना वंचित तबके के साथ है।
हम उत्थान-सुरक्षा के लिए काम कर रहे।
वंचित तबके के उत्थान को युद्ध स्तर पर जुटे हैं।
सीएम योगी ने सभी से शांति की अपील की।
किसी को परेशान है तो मेरे पास आए।
हम हर समस्या का समाधान करेंगे।
कई जिलों में भेजा गया अतिरिक्त पुलिस बल
डीजीपी मुख्यालय से प्राप्त सूचना के अनुसार, हिंसा को देखते हुए पांच कंपनी पीएसी और चार कंपनी RAF अतिरिक्त तैनात की गई है। मेरठ, हापुड़, आगरा और गाजियाबाद में रैपिड एक्शन फोर्स की अतिरिक्त कंपनी तैनात की गई है। आंदोलन के दौरान हुई हिंसा की घटनाओं को देखते हुए पांच कंपनी पीएसी भी संवेदनशील जिलों को भेजी गई है। प्रदेश के मेरठ और आगरा जोन में सर्वाधिक आंदोलन के दौरान हिंसक घटनाएं हुई हैं।
ये है सुप्रीम कोर्ट का फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने अभी हाल ही में एससी/एसटी एक्ट 1989 में सीधे गिरफ्तारी पर रोक लगाने का फैसला किया था। कोर्ट ने कहा था कि एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज मामलों में तुरंत गिरफ्तारी की जगह शुरुआती जांच हो। कोर्ट ने कहा था कि केस दर्ज करने से पहले डीएसपी स्तर का अधिकारी पूरे मामले की प्रारंभिक जांच करेगा और साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा था कि कुछ मामलों में आरोपी को अग्रिम ज़मानत भी मिल सकती है।