सीएम योगी ने सदन में विपक्ष पर जमकर हमला बोला। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी व समाजवादियों पर कटाक्ष किया। जिससे बौखलाए विरोधी दलों ने सदन में हंगामा खड़ा कर दिया और सीएम का विरोध करने लगे। लगभग डेढ़ घण्टे तक नेता प्रतिपक्ष द्वारा सदन में बोले जाने पर कहा कि एक भी बात नेता प्रतिपक्ष ने तथ्यों के साथ नहीं कहा। समाजवाद सिर्फ समाज को बांटने का काम किया है।

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सीएम योगी आदित्यनाथ ने सदन में बोलते हुए कहा कि सदन में जो दृश्य देखने को मिला राज्यपाल पर जो टिप्पणियां की गई वह संसदीय लोकतंत्र के लिए शुभ लक्षण नहीं हैं। लोकतंत्र लोकलाज से चलता है, जबरन नहीं चल सकता है। यह वह चरित्र प्रदर्शित करता है जो लोकतंत्र का ढोंग तो करते हैं। राज्यपाल पर कागज के गोले फेंकना शोभनीय नहीं है। रामगोविंद चौधरी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष जब बोल रहे थे तो मुझे लगा कि ऐसा व्यवहार कर रहे कि कहीं फिर बेहोश ना हो जाए एक झूठ सौ बार बोलने से सत्य नहीं हो जाता।

इन्वेस्टर्स समिट ने साबित किया हमारी सफलता

19 मार्च को हमारी सरकार 1 साल का सफलतम कार्यकाल पूरा कर रही है। 1 साल में प्रदेश का वातावरण कैसे बदला है यह यूपी इन्वेस्टर्स समिट ने साबित कर दिया। योगी का सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष के उद्बोधन पर लगा कि मैंने सच्चाई स्वीकार ना करने का फैसला कर रखा है। प्रतिपक्ष को सच स्वीकार करने की आदत ही नहीं इसलिए अच्छे को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। इन्होंने प्रदेश को बांटा। प्रदेश की राजनीति को परिवारवाद, वंशवाद और जातिवाद के संकीर्ण दायरों में रखकर प्रदेश को अराजकता में धकेला। दंगों की आग में झुलसा ने का काम किया। इनकी नीतियां इनकी कार्यक्रम प्रदेश के विकास को लेकर नहीं थी।

इस दौरान योगी ने विपक्ष के नेताओं पर जमकर हमला बोला कहा कि भगवान इन्हें सद्बुद्धि दें। देश में पहली बार शासन की नीतियों का आधार परिवार और जाति नहीं बल्कि गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाओं, दलित और वंचित तबके पर आधारित है।

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