मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर भोजन करने के बाद अचानक से चर्चा में अंतरित दयाराम सरोज सबकी जुबान पर हैं। CM के घर आने के बाद दयाराम के पांव जमीन पर नहीं पड़ रहे हैं। मंगलवार को दिन भर सगे-संबंधियों रिश्तेदारों के फोन घनघनाते रहे। लोगों से पूछते रहे कि योगी बाबा ने क्या-क्या खाया।
दयाराम सरोज का परिवार हुआ गदगद
मुख्यमंत्री के घर आकर भोजन करने से दयाराम सरोज का परिवार गदगद है। उनके घर पहुंचकर CM ने ना सिर्फ भोजन किया, बल्कि उनका हाल-चाल भी पूछा। दलित के घर मुख्यमंत्री के भोजन करने को भले ही राजनीति के चश्मे से देखा जा रहा हो, लेकिन दयानंद सरोज के परिवार के लोग योगी आदित्यनाथ की आत्मीयता से बाग-बाग हैं।
सीएम ने परिवार के दो बच्चे कक्षा 5 के छात्र रवि और 4 के छात्र आयुष को जिस तरह से अपने पास बुलाकर दुलारा और पढ़ाई लिखाई के बारे में जानकारी ली उससे बच्चे और परिवार के लोग भुला नहीं पा रहे हैं।
सत्कार में खर्च हुए 45 हजार
दयाराम का पूरा परिवार योगी की सराहना करते नहीं थक रहा है। दयाराम ने बताया कि सीएम के सत्कार में लगभग 45 हजार का खर्च हुआ, मगर इसका गम नहीं है। जो अपने परिवार के सदस्यों से जो आत्मीयता दिखाई वह काबिले तारीफ है। मुख्यमंत्री खाना खाने के बाद उठे और सीधे बरामदे में पहुंचकर परिवार के सदस्यों से मुलाकात कराने को कहा।
दयाराम के बुलाने पर निकले महिलाएं निकलने में संकोच कर रही थी। इस पर योगी ने दोबारा राम को अंदर भेज कर सभी को बुलाने का परिवार के सभी सदस्यों के बाहर आते ही फोटो खिंचवाई।
रिश्तेदार हुए जानने को बेकरार कि सीएम ने क्या खाया
इधर मंगलवार को दयाराम के घर सुबह से ही दिन भर सगे-संबंधियों रिश्तेदारों के फोन घनघनाते रहे। योगी बाबा ने क्या खाया, किस-किस ने और क्या क्या कहा। यह जानने के लिए लोग बेकरार थे।
योगी के पैर रखते ही निकल गई थी टाइल्स
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उड़न खटोला उड़ते ही पंचायत भवन और स्कूल में लगी लाइट के साथ ही कूलर भी गायब हो गया। सुबह मुख्यमंत्री योगी पंचायत भवन से जैसे ही बाहर निकले गेट में लगी टाइल्स निकल गई।
हालांकि उनके सामने काफी संख्या में लोग खड़े थे इसलिए उधर मुड़ कर देखने की बजाय वह गाय को हरा चारा खिलाने पहुंच गए। मंगलवार को गांव में 2 दिन से योगी को लेकर बना कोतूहल उनके जाने के बाद खत्म हो गया और लोग रोजमर्रा के कार्य में लग गए।
स्कूल चलो अभियान रैली को दिखाई थी हरी झण्डी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूर्व माध्यमिक स्कूल के परिसर में स्थित पंचायत भवन में रूके हुए थे। इसी स्कूल में सुबह स्कूल चलो अभियान रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। कंदई मधुपुर में बने हेलीपैड से मुख्यमंत्री बने मुख्यमंत्री जी के साथ ही हटा लिया गया तो वहां सन्नाटा छा गया। 2 दिन से सीएम योगी की प्रतीक्षा कर रहे लोग मंगलवार को उनके जाने के बाद रोजमर्रा के कार्य में लग गए।