उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर एंटीलार्वा रोधी अभियान के तहत मलेरिया विभाग की टीम ने बलरामपुर अस्पताल , डफरिन समेत सभी सरकारी अस्पतालों और साथ ही 27 अन्य जगहों का निरीक्षण किया। जिनमें से आठ अस्पतालों को मच्छर जनित स्थितियां मिलने पर नोटिस थमाई गई। नोटिस के तहत उन्हें 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है कि भौतिक व रासायनिक संसाधनों का उपयोग कर मच्छरों के पैदा होने की संभावनाओं को समाप्त करेें, अन्यथा जुर्माना लगाया जायेगा।
ये भी पढ़ें : कैसरबाग व महानगर कोतवाली में भी मिले डेंगू के लार्वा, नोटिस जारी
27 स्थानों पर टीम ने किया निरीक्षण
- cmo की टीम रोजाना राजधानी के विभिन्न स्थानों पर जाकर मच्छरों के पनपने की स्थितियों को खत्म कर।
- इस कड़ी में मेडिकल कॉलेज के बाद अब सरकारी अस्पतालों की बारी आयी है।
- स्वास्थ्य विभाग की टीम की और से जब सरकारी की गयी तो यहाँ भी मच्छरों के पैदा होने की स्थितियां मिलीं।
- इन अस्पतालों में जिला अस्पताल बलरामपुर भी शामिल है।
- जिसे स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी कर दिया है।
- अभियान के तहत टीम ने महिला अस्पतालों का भी निरीक्षण किया।
- इसमें डफरिन अस्पताल, झलकारी बाई महिला अस्पताल, बीएमसी एेशबाग, सिल्वर जुबली, रेडक्रॉस व अलीगंज, बीएमसी इंदिरा नगर शामिल हैं।
- इसके अलावा लोहिया अस्पताल, सिविल अस्पताल, लोकबन्धु , भाऊराव देवरस चिकित्सालय अस्पताल का भी निरीक्षण किया।
- अर्बन सीएचसी चन्दरनगर, रानी लक्ष्मी बाई संयुक्त चिकित्सालय एवं टीबी अस्पताल ठाकुरगंज आदि में निरीक्षण किया।
- कुल 27 स्थानों पर मच्छर जनित स्थितियों का निरीक्षण किया।
- निरीक्षण के दौरान आठ अस्पतालों में मच्छरों के पैदा होने की स्थितियां मिलीं।
- जिसे अस्पताल की लापरवाही मानते हुए अस्पताल प्रशासन को सीएमओ द्वारा नोटिस दी गई।
ये भी पढ़ें : राजधानी में डेंगू के तीन नये मरीज मिले !
इन अस्पतालों को जारी हुआ नोटिस
- शहर का सबसे बड़ा बलरामपुर अस्पताल
- भाऊराव देवरस संयुक्त चिकित्सालय
- रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय
- लोकबन्धु राजनारायण संयुक्त अस्पताल
- अर्बन सीएचसी चन्दरनगर
- सीएचसी रेडक्रॉस
- ठाकुरगंज टीबी अस्पताल
- राज्य स्वास्थ्य शिक्षा व्यूरो