लखीमपुर खीरी के जिला सहकारी बैंक में बैंककर्मी और दूकानदार मिल कर बैंक की विड्रॉल स्लिप बेच कर ग्रामीणों को मुर्ख बना रहे हैं. इस तरह बैंककर्मियों और दुकानदारों की सांठगाँठ से खुलेआम घोटालेबाजी को अंजाम दिया जा रहा हैं.
सहकारी बैंककर्मी जमकर कर रहे घोटाला:
नोटों की कमी से लोगों को परेशान होने सुना था, पर अब बैंकों में विड्रॉल स्लिप की भी किल्लत हो गयी है यह लखीमपुर खीरी के बिजुआ गाँव के सहकारी बैंक से मालूम पड़ा. जहाँ बैंक मेनेजर की माने तो विड्रॉल की कमी के चलते ग्राहकों को फोटो कॉपी किये हुए विड्रॉल खरीदने की नौबत आ गयी हैं, पर अगर मामले को थोडा तफ्तीश से समझे तो फोटोकॉपी करने वाले दुकानदार ओरिजिनल विड्रॉल बेच रहे है. इस तरह से सरकारी बैंककर्मियों का घोटाला ना सिर्फ आम जनता को मुर्ख बना रहा है, बल्कि बैंकों के इस तरह की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर रहा है.
5 रुपये में बेच रहे बैंक विड्रॉल:
लखीमपुर खीरी के जिला सहकारी बैंक में ग्राहकों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. भीरा थाना क्षेत्र के बिजुआ गाँव में जमकर घोटाले बाजी हो रही है, जिसमे बैंक कर्मचारी व दुकानदारों की मिलीभगत से विड्रॉल बेचा जा रहा है. सहकारी बैंक और फ़ोटो कॉपी करने वाले दुकानदार मिलकर दुकानों पर पांच रुपये का एक विड्रॉल बेच रहे हैं.
इस तरह गरीब ग्रामीण और किसानों का फायदा उठा कर उन्हें लूटा जा रहा है। मामले का पता चलने पर जब मीडिया ने हस्तक्षेप किया तो बैंक के ही एक कर्मचारी ने फोटो कॉपी करने वाले दुकानदार से विड्रॉल बेचने को मना किया. दुकानदार के मना करने पर बैंक कर्मी ने उसे इस मामले में फसने को लेकर चेताया.
दुकानदार ने कहा, “जितने विड्रॉल मेरे पास है, मैं वो बेचूँगा. इस पर बैंककर्मी ने कहा कि अगर बेचोगे तो फस जाओगे.
बैंक मैनेजर ने कहा विड्रॉल की कमी, पर दुकान में ओरिजिनल विड्रॉल बिक रहे:
वहीं जब इस मामले में बैंक मैनेजर से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बैंक में विड्रॉल ज्यादा खराब हो रहे हैं. एक व्यक्ति कई विड्रॉल ख़राब कर रहे है, इस वजह से बैंक में विड्रॉल कम हो रहे है। इसकी वजह से फोटो कॉपी करवा कर काम चला रहे है।
पर मामले को तफ्तीश से समझा गया तो दूकान में ओरिजिनल विड्रॉल स्लिप बेचीं जा रही है.
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