उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिला की पुलिस की लापरवाही के चलते एक नाबालिग लड़की की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। परिजनों का आरोप है कि अगर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया होता तो उनकी बेटी की जान बच सकती थी। बताया जा रहा है कि नाबालिग मंदिर के पुजारी की बेटी थी। उसे अगवा कर गैंगरेप किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई।
नाबालिग का क्षत-विक्षत मेरठ के परतापुर इलाके से मिलने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। लड़की के जिश्म पर सिरगेट के दागने के भी निशान मिले हैं। आरोप है कि लड़की के साथ वहसियों ने हैवानियत की सारी हद पार करते हुए उसकी निर्मम हत्या कर दी। नाबालिग ने मरने से पहले दरिंदों से बचने के लिए काफी संघर्ष किया होगा लेकिन वह जिंदगी की जंग हार गई। फिलहाल इस सनसनीखेज मामले की पुलिस गहनता से तफ्तीश कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, लड़की के पिता गाजियाबाद में एक मंदिर के पुजारी हैं। लड़की के परिवार ने बताया, ‘वह 26 दिसंबर की दोपहर को अपनी मां द्वारा फटकारे जाने के बाद घर से निकली थी। उसकी मां को उसके पास से एक मोबाइल फोन मिला था, जिसे उसके पैरंट्स ने नहीं दिया था। इसी के चलते उसे फटकार लगी।’
लड़की की मां ने बताया कि उसके घर से जाने के बाद हमने आसपास के इलाके में उसकी तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली। उनकी बेटी पिछली 27 दिसंबर से लापता थी। उसके पिता ने मोदीनगर स्थित पुलिस स्टेशन में इस बारे में शिकायत दर्ज कराई थी। लड़की के पिता का आरोप है कि शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। इसके साथ ही मैंने अगवा करने वालों में से एक लड़के का मोबाइल नंबर भी दिया, लेकिन पुलिस ने उनका पता लगाने का कोई प्रयास नहीं किया।
लापता लड़की की लाश शुक्रवार को मेरठ जिला के परतापुर इलाके में मिलने से सनसनी फैल गई। लड़की का शव मिलने के बाद शनिवार को स्थानीय लोगों ने जमकर पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और घंटों तक मोदीनगर स्थित एनएच 58 को ब्लॉक करके रखा। इस मामले पर ग्रामीण गाजियाबाद के एसपी अरविंद कुमार मौर्य ने बताया कि मामले की जांच के लिए कई टीमों का गठन किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 363 और 366 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस को शक है कि शादी के लिए मना करने पर लड़की को अगवा किया गया होगा और जब वह नहीं मानी तो उसकी हत्या कर दी गई।
फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में कई जगहों पर दाबिश दे रही है। पुलिस का दावा हैै कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लड़की के घरवालों ने गैंगरेप करने के बाद हत्या की आशंका जताई है। परिजन और कॉलोनी के सैकड़ों लोग कोतवाली पहुंचे और मामले की जांच सीबीआई से कराने और एसएसपी को हटाए जाने की मांग की। एडीजी प्रशांत कुमार ने इस मामले में पुलिस की लापरवाही पर एसएचओ मोदीनगर नीरज कुमार सिंह को निलंबित करते सीओ राजकुमार सिंह को हटा दिया।