गोरखपुर में क्राइम ब्रांच और पुलिस ने मिलकर लुटेरों के गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार कर एक चौंकाने वाले सच को उजागर किया है। दरअसल, ये लुटेरे विश्वविद्यालय में पढने वाले छात्र हैं, जो अपनी प्रेमिकाओं की ख्वाहिशों को पूरे करने और छात्र नेता बनने के चक्कर में लुटेरे बन गए। पुलिस ने गिरोह के दो लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो लुटेरे भागने में सफल रहे।
- पकडे गए छात्रों के नाम जितेन्द्र यादव और रवि यादव हैं।
- दोनों ही छात्र गोरखपुर विश्वविद्यालय से एमए की पढ़ाई कर रहे हैं।
- जितेन्द्र विश्वविद्यालय में छात्रसंघ का चुनाव लड़ने जा रहा था।
- जितेन्द्र के पिता कमिश्नर ऑफिस में कार्यरत हैं।
- चुनाव लड़ने के लिए उसे पैसे की जरूरत थी, जिसके लिए वो लुटेरा बना
- गिरोह के बाकी छात्र राहुल, रवि और प्रदुम्मन अपनी प्रेमिकाओं की ख्वाहिशों को पूरा करने के चक्कर में उसका साथ देने लगे।
- ये लोगों को फर्जी योजनाओं के तहत फंसाते थे।
- आगे चलकर इनका गिरोह योजनाबद्ध तरीके से अपहरण कर फिरौती मांगने की फिराक में था।
- पुलिस को इनके पास से लूट का एक लैपटॉप, तमंचा, तीन मोबाइल, छार पासबुक और एक डिस्कवर बाइक मिली है।
- पुलिस फरार राहुल और प्रदुम्मन के पकड़ने के लिए दबिश कर रही है।