स्त्री स्वास्थ्य की दिशा में सराहनीय कदम:परिदृश्य में बड़ा परिवर्तन ला सकती है सैनेटरी नैपकीन ।
अमेठी :
जिले के मुसाफिरखाना विकास क्षेत्र के भनौली गांव में महिला स्वास्थ्य विषयक जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन नाबार्ड के निर्देशन में किया गया।जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए सीडीओ ने महिलाओं को वैयक्तिक स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता पर विशेष ध्यान देने की बात कही।एलईडीपी अभियान के तहत नाबार्ड के साथ
ही राजीव गांधी महिला विकास परियोजना द्वारा प्रायोजित कार्यशाला का आयोजन भनौली गांव में विश्वास महिला ब्लाक संगठन मुसाफिरखाना द्वारा किया गया।कार्यशाला में शामिल महिलाओं के समक्ष रियल पैड मैन मुरुगनाथम से प्रेरित ‘ माई पैड – माई राइट ‘ सेनेटरी नैपकीन बनाने वाली पोर्टेबल मशीन का प्रदर्शन किया गया।महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता का संदेश देते हुए डॉक्टर स्वाती शुक्ला ने कहा कि माहवारी के दौरान महिलाओं को संक्रमण का सबसे अधिक खतरा रहता है। इसलिए महिलाओं को आम कपड़े के बजाय सेनेटरी नैपकीन का प्रयोग करने की आदत डालनी चाहिए।विश्वास महिला ब्लाक संगठन की फील्ड अफसर गीता पांडेय ने बताया कि दो स्वयं सहायता समूह की 30 महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन बनाने का 5 दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। जागरूकता से ही महिलाएं निरोगी बन सकती हैं।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने पहुंची अमेठी सीडीओ डॉ अंकुर लाठर ने कहा कि सेनेटरी नैपकीन बनाने का प्रशिक्षण लेकर उसका उत्पादन और विपणन कर आर्थिक रूप से सशक्त बन सकती हैं।महिलाओं को वैयक्तिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।महिला जिले में चलाए जा रहे मिशन शक्ति अभियान का लाभ उठाकर खुशहाल बनें।कार्यक्रम को नाबार्ड के डीडीएम अशोक तिवारी और के एस यादव और इंडो गल्फ फर्टिलाइजर के अभिनव सिंहा ने भी सम्बोधित किया।