हसनगंज थाना क्षेत्र में धार्मिक स्थल पर कब्जेदारी को लेकर हुआ बवाल तब बढ़ गया जब मौके पर एक पक्ष ने हवाई फायरिंग कर दी। एसएसपी मंजिल सैनी समेत कई उच्च अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। उक्त स्थान पर इस मुद्दे को लेकर कई बार बवाल हो चुका है।
लखनऊ: हसनगंज में धार्मिक स्थल पर कब्जे को लेकर बवाल में हुई फायरिंग, एसएसपी @DehalManzil सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुँचे! pic.twitter.com/6PSHFTTIfH
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) January 15, 2017
पूरे मामले पर हमारे संवाददाता ने नानकशाही आश्रम के महंत से बात की और मामले की छानबीन की. उन्होंने बताया कि आश्रम की जमीन पर अवैध रूप से कब्ज़ा करने को लेकर मामला कोर्ट तक गया था जहाँ से आश्रम के पक्ष में फैसला आया था. आश्रम की जमीन पर कब्ज़ा करने की कोशिश की जा रही है और तरह-तरह की साजिश रची जा रही है. उन्होंने आगे बताया कि एक साल से वो अवैध कब्जे के खिलाफ लड़ रहे हैं.
डीएम लखनऊ को लिखे गए ज्ञापन में उन्होंने पूरी बात सामने रखी है और आश्रम में रहने वाले साधुओं की सुरक्षा और आश्रम की संपत्ति की सुरक्षा की मांग की है.
हाई कोर्ट के आदेश में भी महंत को आश्रम का कर्ता-धर्ता बताया गया था और कहा गया था कि आश्रम परिसर की जमीन पर किसी प्रकार का अवैध निर्माण आदि ना किया जाए क्योंकि ये जमीन आश्रम की है. लेकिन अचानक 8 जून 2016 को विशेष समुदाय के करीब 15 लोगों ने आश्रम में धावा बोल दिया और आश्रम परिसर की दिवार को तोड़कर, आश्रम के अन्दर तोड़-फोड़ की घटना को अंजाम दिया था. इस घटना के बाद ही आश्रम में दहशत का माहौल है और महंत ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की थी.