किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में कैल्शियम की दवा के नाम पर मरीजों को खड़िया खिलाये जाने का मामला प्रकाश में आया है। एंडोक्राइन सर्जरी विभाग के एक डॉक्टर ने केजीएमयू डॉक्टर के ग्रुप पर फोटो डाली और बताया कि वह कैल्शियम की गोली नहीं सिर्फ खड़िया है। डॉक्टर ने CMS से लिखित शिकायत भी की है।
CMS ने आशंका जताई है कि शायद कैल्शियम की गोलियां एक्सपायर हो चुकी हैं। बहरहाल इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं। मामला गंभीर होने पर अधिकारियों ने डॉक्टर को तलब करके लिखित में शिकायत मांगी गई। प्रशासनिक अफसरों का कहना है कि जांच के आदेश दिए गए हैं। दवा के बैच नंबर मिलान के साथ दवा की खेप को जांच के लिए भेजा जाएगा। गोलियां घटिया निकली तो आपूर्ति करने वाली कंपनी को नोटिस जारी कर टेंडर निरस्त कर दिया जाएगा।
केजीएमयू ने कैल्शियम की पूर्ति करने वाली कंपनी से 2 साल के लिए 100 करोड़ रुपए की सप्लाई का अनुबंध किया।कंपनी अब तक 5 लाख कैल्शियम की गोलियां आपूर्ति केजीएमयू को कर चुकी है। केजीएमयू के मरीजों को दवा दी जा रही है उसकी एक गोली पर 22 पैसे खर्च हो रहे हैं। पूरा पत्ता 2:20 रुपये का पड़ रहा है।
एंडोक्राइन सर्जरी विभाग शिकायत करने वाले डॉक्टर ने कैल्शियम की गोली पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये दवा बेहद घटिया है। इन गोलियों का मरीजों पर कोई असर नहीं हो रहा। विशेषज्ञों का कहना है कि खड़िया खाना सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। इससे उलटी, दस्त, पेट दर्द की शिकायत हो सकती।
इस संबंध में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विजय कुमार ने बताया कि एंडोक्राइन विभाग के डॉक्टर ने मरीजों के हित में लिखित शिकायत की है। मरीजों की जांच को कहा गया है। दवा की गुणवत्ता ठीक न मिलने पर कंपनी को नोटिस जारी कर अनुबंध निरस्त कर दिया जाएगा। वहीं CMS डॉक्टर एसएन शंखवार ने बताया कि विभाग के डॉक्टर ने दवा की फोटो भेजी हो चुकी है। फिलहाल दवा के नंबर के आधार पर मामले की जांच पड़ताल कर कार्यवाही की जा रही है। जो भी मामले में दोषी मिला उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।