हाल ही में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कैराना में पलायन के मुद्दे ने प्रदेश की सियासत गर्मा दी थी, आरोप थे कि कैराना में दो समुदायों के आपसी संघर्ष के कारण कई लोग वहां से पलायन कर रहें हैं। अब कुछ इसी तरह का मामला यूपी के अलीगढ़ में सामने आया है। अलीगढ़ के बाबरी मंडी इलाके में हालात सामान्य नहीं हैं।
- बता दें, बीते दिनों 10 हिंदू परिवारों ने अपना मकान और दुकान बेचने की मंजूरी से जुड़ा एफिडेविट यहां के प्रभारी डीएम अवधेश तिवारी को सौंपा है।
- वहीं, शनिवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी दुकान और घर बेचने के पोस्टर शहर की गलियों में चस्पा कर दिये हैं।
कैराना जैसे हालातः
- अलीगढ़, महापौर शकुंतला भारती का कहना है कि यहां पर माहौल बेहद खराब है।
- महापौर का आरोप है कि सियासी दबाव में प्रशासन गुंडई कर रहे खास समुदाय के लोगों पर कारवाई नहीं कर रहा है।
- उन्होने पुलिस और प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान समाजवादी सरकार के नेतृत्व में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
- बकौल भारती, जिले की बहन-बेटियां अपने घरों में सुरक्षित नहीं हैं, वहीं पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
- उन्होंने कहा कि यहां पर हालात कैराना जैसे हो गए है, और लोग पलायन करने को मजबूर हैं।
- गौरतलब है कि बीते बुधवार की रात में पति संग जा रही नवविवाहिता निर्वस्त्र करने की कोशिश की गई थी।
- इस घटना के बाद हुए बवाल पथराव और फायरिंग में कई लोग चोटिल हुए थे।
राजनीतिक अखाड़े में तबदील हुआ इलाकाः
- इन खबरों के बीच अलीगढ़ का बाबरी इलाका सियासी अखाड़ा बन गया है।
- मालूम हो कि, अलीगढ़ के बाबरी मंडी इलाके में तकरीबन 24 हजार लोग रहते हैं।
- अलीगढ़ जिले का यह क्षेत्र मिली जुली आबादी वाला संवेदनशील इलाका है।
- मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन सतर्कता बरत रहा है।
- एहतियातन मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
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