2019 के लोकसभा चुनावों के पहले यूपी की फूलपुर और गोरखपुर सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए सभी पार्टियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इन सीटों पर आये उपचुनाव के परिणामं से 2019 की तस्वीर काफी हद तक साफ़ हो जायेगी। ऐसे में भाजपा से लेकर सपा और कांग्रेस इस उपचुनाव में अपनी पूरी दमखम लगा रही है। यही कारण है कि किसी भी दल ने अभी तक पाने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है। मगर सपा-भाजपा को पीछे छोड़ते हुए अब कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की दोनों सीटों पर होने वाले उपचुनाव में अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है।
फूलपुर से कांग्रेस का पुराना रिश्ता :
उत्तर प्रदेश की फूलपुर लोकसभा सीट ऐसी है जिससे कांग्रेस और नेहरु-गांधी परिवार का ख़ास लगाव रहा है। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु इसी सीट से सर्वप्रथम सांसद चुने गये थे। यही कारण है कि 2019 में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए कांग्रेस को फिर से अपनी इस सीट की याद आ गयी है और यहाँ पर पार्टी ने अपनी जड़े जमाना शुरू कर दिया है। उपचुनाव की घोषणा होने के बाद से जहाँ अभी तक किसी पार्टी ने अपना प्रत्याशी नहीं घोषित किया है वहीँ कांग्रेस ने अपने दोनों प्रत्याशी की घोषणा कर अपने इरादे साफ़ कर दिए हैं कि वह इन सीटों पर बिना गठबंधन किये उतरेगी।
कांग्रेस ने किये प्रत्याशी घोषित :
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। दोनों सीटों के लिए उपचुनाव 11 मार्च को होने वाला है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि फूलपुर से पार्टी के प्रदेश महासचिव मनीष मिश्र को प्रत्याशी बनाया गया है। वे रिटायर्ड आई.ए.एस जे.एन. मिश्र के बेटे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी के निजी सचिव भी वे रह चुके हैं। मनीष मिश्र युवा कांग्रेस में लगभग सभी पदों पर रह चुके हैं। इसके अलावा कांग्रेस ने गोरखपुर से डा. सुरहिता चटर्जी करीम को प्रत्याशी बनाया है। डा.करीम मेयर पद का भी चुनाव लड़ चुकी था।