अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर एक बार फिर सियासत गर्माती हुई नजर आ रही है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण किया जाना चाहिए और इसके लिए जरूरी है कि सरकार एक कानून लाए। अब भागवत के इस बयान पर राजनीति होना शुरू हो गयी है और कांग्रेस को सरकार को घेरने का एक और मौक़ा मिल गया है।
कांग्रेस ने किया हमला :
यूपी काग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा कि जब बीजेपी आरएसएस भगवान राम की बात करें तो आप समझ लीजिए कि चुनाव आ गया है। यह चुनाव के समय तो राम की बात का ढोंग करते हैं और चुनाव के बाद नाथूराम नाथूराम करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े 4 साल से बीजेपी और आरएसएस की सरकार है लेकिन इन्होंने जो वादे किए थे, हर मोर्चे पर विफल है। चाहे रोजगार देने की बात थी रामराज्य लाने की बात थी इनके नेता और विधायक बलात्कारियों के साथ खड़े होते हैं। क्या बीजेपी की यही रामराज्य की परिकल्पना है।
बीजेपी नेताओं को बताया व्यापारी :
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी के मंत्री-नेता बलात्कार करते हैं और बेशर्मी के साथ सत्ता में बने रहते हैं और यह बात करते हैं रामराज की। अरे आप भगवान राम के आदर्शों का थोड़ा भी अनुसरण कर लेते तो राम राज्य आ जाता।
ये लोग पूरी तरीके से व्यापारी हैं और भगवान राम को भी व्यापार में घसीट ने की कोशिश चुनाव के समय करते हैं लेकिन इस बार जनता इनको माफ नहीं करेगी। इस बार देश के भगवान राम के वंशज इनको 2019 के चुनाव में बनवास भेज कर इन्हें सबक सिखाएंगे।