2019 के लोकसभा चुनावों की सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। सपा और बसपा ने गठबंधन कर बीजेपी के विजय रथ को रोकने की तैयारी कर ली है। इस गठबंधन में कांग्रेस और रालोद के भी शामिल होने की चर्चाएँ चल रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जहाँ कह रहे हैं कि बसपा से गठबंधन में वे बीजेपी को हराने के लिए किसी त्याग के लिए तैयार हैं तो वहीँ कांग्रेस ने भी इस गठबंधन में शामिल होने के लिए बड़ी सीटें मांग ली हैं जिसके बाद सपा-बसपा गठबंधन में कांग्रेस के शामिल होने का पेच फंसता हुआ दिख रहा है।
30 सीटों पर कांग्रेस ने किया दावा :
देश के अन्य राज्यों से तुलना करें तो उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति काफी खराब है। इसके अलावा बीते कई विधानसभा चुनावों में उसे हार का भी सामना करना पड़ा है। इसके बाद भी काग्रेस खुद के राष्ट्रीय पार्टी होने के कारण गठबंधन में दबाव बना रही है। कांग्रेस ने यूपी में सपा और बसपा के गठबंधन में शामिल होने की शर्त स्वरुप 30 सीटों की मांग की है। कांग्रेस का कहना ही कि 30 में 22 सीटों पर कांग्रेस की स्थिति अच्छी है और वहां उसका सबसे ज्यादा फोकस भी है। ऐसे में सपा और बसपा गठबंधन में कांग्रेस ने बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है।
अकेले लड़ सकती है चुनाव :
2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस ने साफ़ कर दिया है कि उसे गठबंधन में 30 सीटें चाहिए। पार्टी का कहना है कि 30 से कम सीटें अगर मिली तो कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस ने अपने मिशन 2019 की पूरी तरह तैयारी कर ली है। कांग्रेस ने अपने पदाधिकारियों के साथ 30 सीटों पर ध्यान केन्द्रित करने की रणनीति बनाई है। इसके साथ ही कांग्रेस में अब 3 साल से अपने पद पर काबिज नेताओं को हटा दिया जाएगा। साथ ही यूपी के सभी जिलों और शहरों में कांग्रेस की कमेटियों का फिर से गठन किया जाएगा।