सड़कें सड़क न रह कर तालाब बन चुकी है
आए दिन लोग गिर कर चोटिल हो रहे…
जिसमे आए दिन लोग गिर कर चोटिल हो रहे है.ऐसा भी नही की यह के लोगों ने इसके लिए आवाज़ नही उठाई. इन लोगो ने जनप्रतिनिधि से लेकर जिम्मेदार अधिकारियों तक अपनी आवाज़ पहुंचाई है.
नतीजा आज भी ढाक के तीन पात…
लेकिन नतीजा आज भी ढाक के तीन पात. ऐसे में जब कान बहरे हो जाए और जिम्मेदारों की आंख अंधी हो जाय तब लोकतंत्र में आमजन को मिले अधिकार का इस्तेमाल करना लाजमी हो जाता है.इसी के तहत आज से कांग्रेस के बैनर तले फरीद अहमद गाजी ने आज से अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठे है.
गाजीपुर में कितनी सड़के गड्ढा मुक्त हुई कोई बताने वाला नही है…
इनका साफ कहना है कि इनकी भूख हड़ताल तब खत्म होगी जब यहाँ गड्ढा भरना आरम्भ होगा.इनका कहना है कि सरकार प्रदेश में 85000 किलोमीटर सड़क गड्ढा मुक्त हुआ है. ऐसे गाजीपुर में कितना गड्ढा मुक्त हुआ कोई बताने वाला नही है. इनकी इस भूख हड़ताल में आमजन का भी समर्थन मिलना आरम्भ हो गया है.