कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने आज जम्मू कश्मीर में पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हुए उत्तर प्रदेश के दोनों जवानों को श्रद्धांजली दी. इसी के साथ उन्होंने सीमा और जवानों और किसान आन्दोलन को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा.
यूपी के शहीद जवानों को दी श्रद्धांजली:
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि भारतीय सीमा के दुर्गम स्थान पर तैनात सीमा सुरक्षा बल के जाबाज जवान ए.एस.आई. सत्य नारायण यादव एवं कान्सटेबल विजय पाण्डेय ने देश की सीमा की सुरक्षा करते हुये अपने प्राणों का बलिदान कर दिया है। बता दें कि शःहिद हुए दोनों जवान उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे.
कांग्रेस नेता ने इन शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुये उनके परिजनों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की.
केंद्र सरकार से किया सवाल:
उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए सवाल किया कि आज पूरा देश मोदी जी से जानना चाहता है कि जम्मू कश्मीर में महबूबा मुफ़्ती की पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाये रखने के लिये कब तक यह देश मोदी सरकार की गलत विदेश एवं गृृह नीतियों के कारण बलिदान देता रहेगा ? और भारतीय माँ की गोद कब तक सूनी होती रहेगी ?
रामपुर ख़ास के सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि मोदी जी इण्डोनेशिया और मलेषिया के विदेश भ्रमण पर घूम रहे थे और इधर हमारे देश के जवान मोदी जी के महबूबा मुफ्ती को खुश करने के लिये जम्मू कश्मीर में सत्ता बनाये रखने के लिए हाथ बंधे होने की वजह से आतंकवादियों और पड़ोसी देश के ‘‘सीजफायर उल्लंघन’’ के शिकार हो रहे हैं।
सांसद ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल के इन जवानों को भारतीय सेना की तरह जैसे पेंशन और अन्य सुविधा देने की केन्द्र सरकार से मांग की है. वहीं उत्तर प्रदेश सरकार से हर जवान को एक करोड़ रुपये की अनुज्ञा राशि तथा परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है
किसान आन्दोलन पर भी सरकार को घेरा:
सांसद ने कहा कि किसान आन्दोलन का आज चौथा दिन है. उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखण्ड, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र सहित पूरे देश के कई राज्यों में किसान आन्दोलनरत हैं लेकिन इतने दिन बीतने के बावजूद भी सरकार ने अभी तक किसानों की समस्या के समाधान के लिये उनसे बातचीत की कोई पहल नहीं की हैं.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ज्यादातर विदेश भ्रमण कर रहे हैं और केन्द्रीय कृृषि मन्त्री राधा मोहन सिंह किसानों के आन्दोलन को ‘‘पब्लिसिटी स्टंट’’ बता रहे हैं कि किसान मीडिया मेें आने के लिये किस्म- किस्म के तरीके अपना रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि किसान की पीड़ा समझने की बजाय सरकार उनके दुःख- दर्द को ‘‘राजनैतिक स्टंट’’ बताकर उस पर मरहम लगाने की जगह उसे और बढ़ा रही है।
कृषि मंत्री के किसानों के स्टंट वाले बयान पर दी प्रतिक्रिया:
उन्होंने कहा कि किसानों के प्रति इतनी असंवेदनशील और क्रूर सरकार आजादी के बाद अभी तक नहीं आई है । किसानों की मांग मात्र इतनी है कि उनकी उपज का लाभकारी मूल्य मिले, तथा चुनाव में जैसा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वायदा किया था. उसके अनुसार किसानों को उनकी उपज का 50% बोनस दिया जाये ।
प्रमोद तिवारी ने कहा है कि एक तरफ देश में प्रतिदिन 35 किसान खेती में घाटा होने की वजह से और उपज का सही मूल्य न मिलने के कारण आत्महत्या कर रहे हैं और दूसरी तरफ केन्द्र सरकार बकाये की वसूली के लिये किसानों को जेल में डाल रही है
उन्होंने पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के हजारों करोड़ रुपये का कर्ज माफ करने की भी बात का जिक्र करते हुए कहा कि अन्नदाता किसान को कर्ज की वसूली के लिये जेल में डाला जा रहा है ।
उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश और केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश में छुट्टा पशु किसानों की मेहनत से कमाई गयी फसल को नष्ट कर रहे हैं लेकिन एक साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी सरकार ने इन अवारा जानवरों से किसानों की फसल को बचाने के लिये इन पर कोई अंकुष नहीं लगाया, न ही कोई सार्थक कार्यवाही की.