2019 के लोकसभा चुनावों के पहले सभी की नजर 26 अप्रैल को होने वाले एमएलसी चुनाव पर आकर टिकी हुई है। इस चुनाव में राज्य सभा चुनाव की तरह ही प्रचंड बहुमत के कारण भाजपा आसानी से 13 में 11 सीटें जीत जायेगी। बाकी की 2 सीटें सपा, बसपा और कांग्रेस मिलकर जीतेंगे। सभी पार्टियाँ अपने विधायकों को एकजुट कर विधानपरिषद चुनाव की रणनीति बना रही है। इस बीच चुनाव के पहले ही एक MLC ने अपने पड़ से इस्तीफ़ा देकर नयी चर्चाएँ शुरू कर दी है।

कांग्रेस एमएलसी ने दिया इस्तीफ़ा :

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के रहने वाले MLC दिनेश प्रताप सिंह ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। दिनेश प्रताप के दूसरे भाई कांग्रेस से ही वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। उनके एक अन्य भाई कांग्रेस से विधायक हैं। दिनेश प्रताप सिंह ने परिवार सहित कांग्रेस छोड़ दी है। दिनेश प्रताप सिंह ने अभी तक भाजपा में जाने का ऐलान नहीं किया है मगर उनके तेवर देखकर कहा जा सकता है कि 2019 के लोकसभा चुनावों के पहले वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो सोनिया गांधी को उनके संसदीय क्षेत्र में ये सबसे बड़ा झटका होगा।

 

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2 बार बने हैं एमएलसी :

रायबरेली की राजनीति में दिनेश प्रताप सिंह एक जाना हुआ नाम है जो लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। दिनेश सिंह साल 2016 में एमएलसी चुनाव जीतने वाले कांग्रेस के अकेले सदस्य थे। उनके भाई भी लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े हैं और जिला पंचायत अध्यक्ष बने हुए हैं। रायबरेली में अखिलेश सिंह और दिनेश प्रताप सिंह दो ध्रुव रहे हैं। अब तक अखिलेश कांग्रेस से बाहर थे और दिनेश सिंह कांग्रेस में थे। इस चुनाव के पहले अदिति सिंह कांग्रेस में शामिल हुईं, जिसके बाद दिनेश कुछ असहज थे। माना जा रहा है कि अदिति को ज्यादा वरीयता देना उनके पार्टी छोड़ने की वजह बनी। उनके भाई राकेश प्रताप सिंह 2017 के विधानसभा चुनाव में हरचंदपुर विधानसभा सीट से जीतकर विधायक बने हैं।

 

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