सूबे के चुनाव आते ही राजनीतिक पार्टियों ने तुष्टिकरण की राजनीति करनी शुरू कर दी है। यूपी कांग्रेस ब्राह्मण, राजपूत और मुस्लिम समीकरण पर दांव खेलना चाहती है।
पिछड़े गरीब सवर्णों को कांग्रेस देगी 10 फ़ीसदी आरक्षण:
- उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने ब्राह्मण, राजपूत और मुस्लिम वोट बैंक को आकर्षित करने के लिए हर धर्म के पिछड़े गरीब सवर्णों को 10 फ़ीसदी आरक्षण का प्रस्ताव रख सकती है।
- गौरतलब हैं कि, कांग्रेस इस योजना से गरीब मुस्लिमो को साथ लाएगी, जिससे साफ है कि, सूबे के चुनाव में कांग्रेस कोई अपने हर समीकरण को मजबूत रखना चाहती है।
- यूपी कांग्रेस की नयी टीम ने राहुल और प्रियंका के सामने इस प्रस्ताव को रखा था, दोनों ही ने इसे सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।
- पार्टी इसे अपने घोषणापत्र में भी शामिल करेगी, कांग्रेस का मानना है कि, इस तरह वो हिन्दू और मुस्लिम सवर्णों के नौजवानों को अपने पाले में खींच सकती है।
- पार्टी आलाकमान ने कहा है कि, जो आरक्षण व्यवस्था अभी है उसमें कोई बदलाव नहीं किया जायेगा।
- साथ ही गरीब सवर्णों को 10 फ़ीसदी आरक्षण कैसे दिया जायेगा इसके लिए पार्टी मंथन कर रही है, ताकि जनता को भरोसा हो सके की ये चुनावी जुमला नहीं है।
- भविष्य में इसे घोषणापत्र में शामिल करने से पहले पार्टी इसकी राय पार्टी के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी करेगी।
- गौरतलब है कि, 2012 चुनाव में पार्टी ने पिछड़े मुस्लिमों को आरक्षण का वादा किया था, जिसके कारण उनपर मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोप भी लगे थे।
- 2014 की हार के बाद बनी एंटोनी कमिटी ने पार्टी की हार का मुख्य कारण पार्टी की प्रो० मुस्लिम छवि को बताया था।
- इंडियन नेशनल कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गाँधी 29 जुलाई को लखनऊ आयेंगे।
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