जनपद मुजफ्फरनगर में चल रही कावड़ यात्रा के दौरान उत्तराखंड से लगे हुए कस्बा पुरकाजी में सीसीटीवी कैमरे में एक सनसनीखेज तस्वीर कैद हुई है ।इस तस्वीर को देखकर समुदाय विशेष के लोगों में आक्रोश पैदा हो गया जिसमें कावड़ यात्रा में चर्चित कावड़ टीम के साथ चल रहा एक युवक हाथ में भगवा लिए मस्जिद की सीढ़ियों पर चढ़ जाता है और भगवा लहराने लगता है. कुछ देर भगवा झंडा लहराने के बाद सीढ़ियों से उतर कर भीड़ में शामिल हो जाता है।
हरिद्वार से राम मंदिर स्वरूप कावड़ लेकर चला है बजरंग दल:
कांवड़ को लेकर हरिद्वार से मेरठ की ओर जाते हुए बजरंग दल का एक ग्रुप देर रात मुजफ्फरनगर पहुंचा. जहां उत्तर प्रदेश उत्तराखंड के बॉर्डर पर मुजफ्फरनगर के पुरकाजी में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता द्वारा एक मस्जिद की सीढ़ियों पर भगवा झंडा फहराने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
मस्जिद की सीढ़ियों पर भगवा लहराने के विषय मे जब राम मंदिर स्वरूप कावड़ ला रहे बजरंग दल के प्रदेश संयोजक बलराज डूंगर से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि हम यह हरिद्वार से लेकर निकले हैं और बाबा औघड़नाथ पर 51 लीटर जल चढ़ाकर राम का मंदिर जल्द से जल्द बने,उसके लिए मनोकामना मनोकामना पूर्ण हो, उसके लिए यह यात्रा की है।
भगवा फ़हराकर पूर्वजों की परंपरा निभा रहा:
बजरंग दल के प्रदेश संयोजक बलराज डूंगर ने कहा कि देखिए हम तो हरिद्वार की धरती से भगवा फहराते आ रहे हैं पुरकाजी में अगर कहीं बीच में मस्जिद आ गई उसमें तो मेरा कोई दोष नहीं है, मैं तो सड़क पर भगवा फहरा रहा हूं तो भगवा तो आज का नहीं मेरे पूर्वजों ने महाराणा प्रताप ने,शिवाजी महाराज ने भगवा फहराया था मैं कोई नई परंपरा निर्वाह नहीं कर रहा हूं,यह तो पुरानी पूर्वजों की परंपरा है इसको निर्वाह कर रहे हैं और करते रहेंगे।
मकसद कुछ नहीं मकसद स्पष्ट है यह राम का देश है मेरे पूर्वजों का कोई भी डेट ऑफ बर्थ नहीं बता सकते लेकिन जो लोग हमारे भगवा का विरोध करते हैं उनकी डेट आफ बर्थ का मुझे पता है साढ़े 14 सो वर्ष पहले.
मस्जिद पर नहीं सडक पर फहराया भगवा:
बजरंग दल के प्रदेश संयोजक बलराज डूंगर ने कहा कि मस्जिद पर नहीं मस्जिद बीच में आ गई तो मैं क्या करूं, मैंने मस्जिद पर नहीं फहराया मैंने सड़क पर फैल रहा है मस्जिद बीच में आ गई तो मैं क्या करूं, सड़क पर अगर मस्जिद आ जाती है तो इसमें हमारा क्या दोष है सड़क पर मस्जिद बनती क्यों है?
नगर पंचायत अध्यक्ष ने कही दूसरी बात:
वही पूरे मामले में जब नगर पंचायत अध्यक्ष पुरकाजी जहीर फारूकी ने जानकारी देते हुए बताया कि आज दिन में 2:00 बज कर 8:00 मिनट पर एक बड़ी कावड़ जा रही थी तो उसमें से एक लड़का मस्जिद के जीने पर चढ़ा और उसने झंडा वहां पर फहराया, थोड़ी देर हिलाता रहा हाथ में लेकर फिर वह चला गया। पीछे पीछे SO पुरकाजी की भी गाड़ी थी, तो उससे थोड़ी ही देर बाद अजीब सी एक हालत पैदा हुई मस्जिद में कुछ लोग नमाज पढ़ रहे थे,लेकिन समझदार लोगों ने हमने भी और मुस्लिम समाज के लोग थे लोगों ने उन्हें समझाया कि भाई कोई शरारती तत्व है, घटनाएं करते हैं,जिससे माहौल खराब हो और भुगतना हम लोगों को पड़ता है.
पुरकाजी हिन्दू समाज ने भी निंदा की:
पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि सबसे अच्छी बात यह है की पुरकाजी हिंदू समाज के जो लोग थे उन्होंने भी घटना की निंदा की है और कड़े शब्दों में निंदा की है की कावड़ यात्रा को संपन्न कराने में पूरे पुरकाजी क्षेत्र के सड़कों पर उतरे हुए हैं।
पूरी तरह से उसकी मानसिकता यही थी की वह घटना को कोई दूसरा रूप देना चाह रहे थे और यह चाह रहे थे कि माहौल खराब हो ताकि मुस्लिम समाज के लोग आकर उसे रोकें और ऐसा माहौल खराब हो लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बड़ी घटना होने से बच गई।
मैं तो यही कहना चाहूंगा इस तरह की घटना कभी दोबारा भी होती है तो उसे नजरअंदाज कर दे, क्योंकि यह शरारती तत्व कुछ समय के लिए आते हैं माहौल खराब करने के लिए और चले जाते हैं भुगतना हमें पड़ता है हम लोगों का आपस में होता है।