उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह पुलिस स्मृति दिवस पर रिजर्व पुलिस लाइन लखनऊ में शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह के साथ योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक, महेंद्र सिंह, मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय, प्रमुख सचिव अरविंद कुमार सहित कई मंत्री और पुलिस अधिकारी, पुलिसजन इस मौके पर मौजूद थे। शोक परेड की कमांडिग वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लखनऊ कलानिधि नैथानी ने की। एसएसपी के साथ द्वितीय कमांडर के रूप में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. गौरव ग्रोवर मौजूद थे। शोक परेड के दौरान उत्तर प्रदेश की 12 टुकड़ियां मौजूद थी। इनमें पीएसी, पुलिस, यातायात, एटीएस, एसटीएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन, प्रमुख रूप से मौजूद रहीं।
कर्तव्यपालन के दौरान संवेदनशीलता, समर्पण और त्याग का अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत करने वाले शहीद पुलिस कार्मिकों की स्मृति में प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन हम उन वीर शहीद पुलिसजनों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने राष्ट्र व समाज की रक्षा में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए प्राणों की आहुति दी है। इस अवसर पर रिजर्व पुलिस लाइंस लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक परेड की सलामी लेकर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिवारों को सम्मानित भी किया।
बता दें कि यह शौर्य गाथा 59 वर्ष पुरानी है। जब 21 अक्टूबर 1959 को भारत की उत्तरी सीमा लद्दाख के हिमाच्छादित जनहीन क्षेत्र में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 10 जवान नियमित गश्त पर निकले थे। स्वचालित रायफलों व मोर्टारों से लैस चीनी सैनिकों ने छलपूर्वक हमारे क्षेत्र में एम्बुश लगाकर अचानक उन पर हमला कर दिया। अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिये साधारण शस्त्रों के बावजूद चीनी सैनिकों का डटकर मुकाबला करते हुए केन्द्रीय पुलिस बल के इन बहादुर जवानों ने अपने प्राणों की आहुतियां दी थी। इन्हीं वीर जवानों के बलिदान को याद करते हुए कर्तव्यपथ पर प्राणोत्सर्ग करने वाले जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु पुलिस स्मृति दिवस मनाने की परम्परा प्रचलित है।
01 सितम्बर 2017 से 31 अगस्त 2018 तक की अवधि में सम्पूर्ण भारत वर्ष में कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राणों का बलिदान करने वाले 414 पुलिसजनों में उत्तर प्रदेश के 67 पुलिसजन सम्मिलित हैं। इनमें 5 उपनिरीक्षक, 1 सहायक उपनिरीक्षक (एम), 18 मुख्य आरक्षी, 40 आरक्षी एवं 2 आरक्षी चालक, 1 लीडिंग फायरमैन हैं। कर्तव्य पालन में आत्म बलिदान करने वाले इन वीरों के पराक्रम से प्रदेश का सम्पूर्ण पुलिस बल गौरवान्वित है। पुलिस कर्मियों का यह बलिदान उनकी सच्ची समर्पण भावना एवं कर्तव्य-परायणता का द्योतक है तथा कर्तव्यनिष्ठा एवं जनसेवा के प्रति उनकी संकल्पबद्धता को प्रतिबिम्बित करता है। इन वीर पुलिस कर्मियों का त्याग एवं बलिदान देशभक्ति का अद्वितीय उदाहरण बनकर हमारी भावी पीढ़ी को सदैव कर्तव्य-परायणता के मार्ग पर निर्भीकता के साथ अनुगमन की प्रेरणा देता रहेगा।
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