उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिला में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष एवं एजेंसी संवाददाता पर पुलिसकर्मी द्वारा की गई अभद्रता के मामले में पुलिस अधीक्षक ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर सिपाही को निलंबित करने के साथ ही चौकी इंचार्ज के विरुद्ध जांच बैठाई है। जांच में दोषी पाए जाने पर दरोगा का भी निलम्बन किया जाएगा। उपरोक्त जानकारी अपर पुलिस अधीक्षक दिनेश त्रिपाठी ने पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर प्रेस कांफ्रेंस करके पत्रकारों को दी।
विदित हो कि कल ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष एवं पीटीआई संवाददाता राजीव शर्मा एक शस्त्र पत्रावली को पता करने हेतु बहादुरगंज चौकी पर गए थे। वहां पर मौजूद सिपाही अजय चौधरी ने पत्रकार से पूछा तो उन्होंने बताया कि मैं पत्रकार हूं। इसी दौरान उसने जवाब सवाल करते हुए बाहर निकल जाने को कहा।
पत्रकार राजीव शर्मा ने तत्काल घटनास्थल से ही पुलिस अधीक्षक नगर दिनेश त्रिपाठी को घटना के बारे में अवगत कराया। इसके बाद सिपाही ने पुनः पत्रकार के साथ अभद्रता शुरू कर दी।
जैसे ही इसकी जानकारी शहर के पत्रकारों को लगी उनमे उक्त घटना को लेकर रोष व्याप्त हो गया। इसी क्रम में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन व प्रेस क्लब ऑफ शाहजहांपुर के तमाम पत्रकार संयुक्त रूप से पुलिस अधीक्षक डॉ. एस चिनप्पा से मिले और चौकी इंचार्ज रोहित सिंह तथा सिपाही अजय चौधरी के निलंबन की मांग की। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने शाम तक सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
पुलिस अधीक्षक नगर दिनेश त्रिपाठी ने आज पत्रकारों के साथ एक विशेष बैठक करते हुए बताया कि दोषी सिपाही अजय चौधरी को प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया है। तो वहीं चौकी प्रभारी की जांच कराई जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि वरिष्ठ पत्रकार के साथ जो घटना हुई है वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। और इसके लिए मैं स्वयं आहत हूं। पत्रकारों के साथ इस तरह की कोई घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने दी जाएगी।
[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”हिंदी की अन्य खबरें” background=”” border=”” thumbright=”yes” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”post_tag” orderby=”random”]