देश में भले ही विकास की बात की जाती है. भले ही प्रदेश की सरकार बड़े बड़े दावे करती हो, लेकिन जमीनी स्तर पर जब जाकर निरीक्षण किया जाता है तब पता चलता है कि प्रदेश में अभी कई ऐसे क्षेत्र है जिनकी मूल आवश्यकता भी पूरी करने में सरकार और प्रशासन सालों लगा दे रही है. बावजूद इसके ग्रामीण सरकार से आस लगाये रहते हैं और परेशानी झेलते हुए सरकार के विकास की ओर कदम उठाने का इंतज़ार करते रहते हैं.
ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले का है. जहाँ एक पुल का निर्माण कार्य 20 सालों से रुका हुआ है. सरकारें आती हैं, चली जाती है और ग्रामीण इस पुल के निर्माण की आस में बैठे रह जाते हैं.
पुल ने रोक रखा है गाँव का विकास:
जिले के लभुआ तहसील क्षेत्र के चादा छतौना गुदरा पुल 20 सालों से निर्माण न होने के चलते गांव का विकास भी रुका हुआ है.खास बात यह है कि यह पुल राजमार्ग 56 से सटा हुआ है. बावजूद इसके भी अभी तक किसी की नज़र इस पर नही पड़ी।
जब इस बारे में ग्रामीणों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि गोमती नदी पर बनने वाला यह पुल आज तक नहीं बना. वहीं सरकार के मंत्री विधायक अपनी-अपनी सत्ता में इस पुल को देखने जरूर आते हैं लेकिन सिर्फ देखते ही हैं और आश्वासन देकर चले जाते हैं.
नदी के सहारे एक पार से दूसरे पार जाते हैं लोग:
बता दें कि पुल न बनने की वजह से गांव वासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पुल का निर्माण ना होने की वजह से स्थानीय लोगों को कही भी जाने के लिए नाव से यात्रा करनी पड़ती है.
इसके लिए उन्हें नाव पर अपने भारी वाहनों आदि को लादकर लोहे की रस्सी के सहारे एक पार से दूसरे पार जाना पड़ता है. लोगों के लिए ये किसी जोखिम से कम नहीं होता लेकिन मजबूरन उन्हें ये ज़ोखिम तकरीबन रोजाना ही उठाना पड़ता है.
बरसात में होती है परेशानी:
सबसे ज्यादा हालात खराब होते है बारिश के मौसम हैं. बरसात के समय में जब नदी उफान पर होती हैं तब आलम कुछ और ही रहता है. उस दौरान ना तो नाव चल पाती है और न ही लोग एक पार से दूसरे पार जा पाते हैं. जिसके कारण लोग अपने काम और और बच्चे अपने स्कूल जाने में असक्षम होते हैं और महीनों स्कूल व काम पर जाने से वंचित रहना पड़ता है।
पुल न बनने पर वोट न देने से किया ऐलान:
विकास के मुद्दे पर सत्ता में आई भाजपा सरकार आने के बाद लोगों की उम्मीदें बढ़ गयी थी लेकिन अन्य सरकारों की तरह योगी सरकार भी इसमें विफल साबित हुई.
वहीं पुल न बनने के कारण कुछ ऐसे भी ग्रामीण हैं जिनका कहना है कि पुल न बनने से हमारा गांव और हम विकास से वंचित रह गये हैं. अब अगर सरकार जल्द कोई निर्णय नहीं लेगी तो हो सकता है कि इस सरकार से भी हमारा विश्वास उठ जाये और इस गांव का वोट भी कट सकता है ।