दंपति ने एस पी आफिस पहुँच कर लगाई न्याय की गुहार,दंपती का आरोप है कि भूमाफिया ने धोखे से कराया एग्रीमेंट।
तेजी से बढ़ती आबादी और रिहायशी जमीन की बढ़ती मांग ने जमीनों की कीमते आसमान पर पहुंचा दी है। नतीजे जमीनों की खरीद फरोख्त में तमाम हथकंथों की जोर आजमाईश का दौर जारी है। ऐसी ही एक जमीन का मामला शुक्रवार प्रकाश में आया। जहां एक दम्पति ने एसपी दफ्तर पहुंच कर मदद की गुहार लगाई है। खास बात यह है कि एसपी को दिए गए शिकायती पत्र में भूमाफिया के साथ क्षेत्राधिकारी हसनगंज की सांठगांठ का भी आरोप लगाया गया है। हकीकत क्या है यह तो जांच का विषय है लेकिन इस तरह के आरोप लगना भी अपने आप में बड़ा सवाल है।
सोहरामऊ थाना क्षेत्र के लालपुर गांव की रहने वाली गीता पटेल पत्नी संजय पटेल शुक्रवार पुलिस अधीक्षक के दफ्तर पहुंची। जहां उसने उन्हें दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि राजधानी लखनऊ के विरामखंड गोमती नगर निवासी राजेश कुमार अग्रवाल दबंग किस्म का भूमाफिया है। जालसाजी व फरेब कर किसानों की जमीने कब्जा करना उसका पेशा है। गीता ने बताया कि 18 अक्टूबर 2021 को उसके पास सीओ हसनगंज आरके शुक्ला के दफ्तर फोन कर बुलाया गया। जहां पर राजेश अग्रवाल पहले से मौजूद था। महिला का आरोप है कि वहां पहले से टाइप किए गए स्टाम्प पर उससे यह कह कर हस्ताक्षर करा लिए गए कि इस दस्तावेज में उसके और राजेश अग्रवाल के बयान है। हस्ताक्षर करने बाद गीता को बताया कि उस पर राजेश अग्रवार की 22 लाख की देनदारी है। गीता का दावा है कि न तो उसे कोई रकम मिली न ही उसने ऐसी कोई लिखा पढी की। उसका आरोप है कि पुलिस उसे 22 लाख की रकम न देने की दशा में फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी दे रही है।
गीता ने बताया कि विवाद की जड़ में एक किसान की जमीन है जिसका उसने पांच लाख देकर एग्रीमेंट कराया था जबकि राजेश अग्रवाल ने उसका बैनामा करा लिया है। पुलिस के दबाव के चलते उसका पूरा परिवार डरा सहमा है। उसने बताया कि उसकी बेटियां दस माह से स्कूल भी नहीं जा रही है। गीता ने एसपी से मामले का संज्ञान लेते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
Report:- Sumit