उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के जफराबाद थाना क्षेत्र के कर्मही गांव में रविवार को सुबह आम के पेड़ पर चचेरे भाई बहन कि लाश लटकते हुए पाई गई। मामले की सूचना पर जफराबाद पुलिस पहुंचकर लाश पेड़ से उतार कर पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
क्या है मामला:
जौनपुर जिले के कर्मही गांव निवासी रामनिवास मिश्रा तथा रंगीले मिश्रा सगे भाई हैं। रामनिवास का 21 साल का बेटा राघवेंद्र मिश्रा तथा रंगीले मिस्र की 18 साल की बेटी जागृति दोनों रिश्ते में चचेरे भाई बहन हुए।
शनिवार को शाम दोनों घर के पास दुर्गा पूजा पंडाल से आरती करने के बाद गायब हो गए। परिजन रात भर दोनों को ढूंढते रहे। लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला ।
वहीं आज सुबह घर से 200 मीटर दूर स्थित बाग में आम के पेड़ से लटकते हुए दोनों की लाश पाई गई। सुबह गांव के किसान बली सोनकर बाग के समीप अपने खेती के निगरानी के लिए गए हुए थे।
उन्होंने देखा की पेड़ पर रस्सी से दो लाश लटक रही थी। करीब गए तो उन्होंने दोनों की पहचान के बाद भागते हुए उनके परिजनों को सूचना दिया।
पुलिस ने शव कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा:
सूचना मिलते ही परिजनों तथा गांव में कोहराम मच गया। आनन-फानन में लोग बाग में पहुंचे।
मामले की सूचना जफराबाद पुलिस को दी गई। मौके पर थाना अध्यक्ष पर्व कुमार सिंह भी मय फोर्स पहुंच गए। आम के पेड़ के पास लटकती हुई दोनों के लाश के समीप जमीन पर ज़हर की शीशी, गिलास तथा बोतल में पानी पाया गया।
राघवेंद्र तथा जागृति नायलॉन की एक ही रस्सी से फांसी के फंदे पर लटके हुए थे। नायलॉन की रस्सी में दुपट्टा लिपटा हुआ था।
जागृति के मुंह से खून निकला हुआ था। मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को कब्जे में ले लिया। पूछे जाने पर क्षेत्राधिकारी नृपेंद्र ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह घटना आत्महत्या का लग रहा है। लेकिन मामले की छानबीन की जा रही है।
हत्या या आत्महत्या, इस बात की जांच में जुटी पुलिस:
आत्महत्या है या कुछ और इस बात की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी।
बता दें कि राघवेंद्र अपने पिता रामनिवास के साथ दिल्ली में पान लगाने का धंधा करता था। पिछले 10 दिन पहले वह गांव पर आया हुआ था।
शनिवार को रामनिवास भी घर पर आए हुए थे. वहीं जागृति ग्रेजुएशन की छात्रा थी गांव पर ही रहकर जिला मुख्यालय एक विद्यालय से पढ़ाई करती थी।