यूपी में योगी सरकार के कार्यकाल के तीन महीने पूरे होने में कुछ ही दिन शेष है। लेकिन कानून-व्यवस्था (crime graph) सरकार अपने वादों पर फेल साबित होती दिख रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि हम 100 दिन के अंदर प्रदेश को बदल देंगे, लेकिन अब तक कार्यों से ऐसा लग रहा है कि अभी प्रदेश की सूरत बदलना इतना आसान नहीं है।
दो महीने में बढ़ा क्राइम ग्राफ
- एक आकड़े के मुताबिक यूपी में पिछले दो महीने अप्रैल और मई मे सबसे ज्यादा क्राइम ग्राफ उठा है, जो पिछली सरकार के मुक़ाबले 190 फीसदी ज्यादा है।
- पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में उनपर सबसे ज्यादा दबाव कानून-व्यवस्था को लेकर था जिस पर बीजेपी सबसे ज्यादा हमलावर थी।
- इसके अलावा प्रदेश में कई बड़ी घटनाओं ने योगी के कामकाज पर सवाल खड़े कर दिये है।
- प्रदेश में बड़े पैमाने पर अफसरों के तबादले के बावजूद स्थिति में कोई परिवर्तन आता नहीं दिख रहा है।
- वहीं बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी भी सरकार के लिए मुसीबत का कारण बनी हुई है।
ये भी पढ़ें- KGMU गैंगरेप: ‘आप’ ने फूंका कुलपति का पुतला!
अप्रैल-मई में प्रदेश का क्राइम ग्राफ
- पिछले वर्ष 2016 के अप्रैल और मई महीने में मर्डर के 101, रेप के 41, डकैती के 3 और लूट के 67 केस सामने आए थे।
- वहीं, योगी सरकार में इन दो महीनों में मर्डर के 240 केस, रेप के 179 केस, डकैती के 20 केस और लूट के 273 केस दर्ज हुए हैं।
- सपा सरकार में दो महीने के कार्यकाल के दौरान क्राइम के 212 केस सामने आए।
- जबकि योगी सरकार में ये आंकड़ा 712 केसों तक पहुंच गया।
- इस तरह सपा कार्यकाल के मुकाबले योगी सरकार में यूपी में 190 फीसदी क्राइम रेट बढ़ गया।
ये भी पढ़ें- केजीएमयू के शताब्दी अस्पताल में लिफ्टमैन ने महिला से किया गैंगरेप!
तीन बड़े क्राइम से यूपी हुआ शर्मसार
- सहारनपुर के शब्बीरपुर में 5 मई को महाराणा प्रताप की शोभायात्रा के दौरान डीजे को लेकर विवाद खड़ा हो गया।
- इस दौरान हुए विवाद में एक ठाकुर की मौत हो गई, जिसके बाद ठाकुरों ने 60 दलितों के घर में आग लगा दी और कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
- घटना के बाद दलितों की भीम आर्मी ने प्रदर्शन शुरु कर दिया।
- इस घटना के बाद दलितों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर 21 मई को प्रदर्शन शुरु कर दिया।
- तनाव उस वक्त और बढ़ गया जब 23 मई को मायावती ने पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के लिए शब्बीरपुर पहुंची, यहां एक सभा के दौरान मायावती ने पीड़ितों को मुआवजा देने का ऐलान किया।
- मायावती की जनसभा से जब ये लोग वापस लौट रहे थे तो एक बार फिर से किसी ने इनपर हमला कर दिया और इसमें एक दलित की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।
- जिसके बाद दलितों ने दो ठाकुरों के घरों में आग लगा दी।
ये भी पढ़ें- अब केजीएमयू में कैंटीन संचालक ने युवती से किया रेप!
सहारनपुर की घटना में 25 लोग हिरासत में लिए जा चुके
- सहारनपुर की घटना में अभी तक कुल 25 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है, भीम आर्मी के संचालकर चंद्रशेखर को पुलिस ने 8 जून को हिमाचल के डलहौजी से गिरफ्तार कर लिया।
- इस बड़ी घटा पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है।
- उन्होंने कहा कि आपके लोगों ने नफरत फैलाई।
- आपकी सरकार में जो सहारनपुर में आईपीएस के साथ हुआ अगर वह मेरे साथ होता तो विपक्ष और मीडिया मेरे पीछे पड़ जाता।
ये भी पढ़ें- 24 घंटे में 3 हत्या: कार में मिली किशोरी की लाश, रेप की आशंका!
- 26 मई को जेवर-बुलंदशहर हाईवे पर एक कार में सवार दो व्यक्ति और तीन महिला को कुछ हथियार बंद बमाशों ने घेर लिया और एक व्यक्ति को गोली मार दी। इसके अलावा गाड़ी मे सवार महिलाओं को जंगल मे ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया।
- 15 मई को आगरा में एक सर्राफा व्यापारी मयंक अग्रवाल की दुकान में करीब 6 से ज्यादा बदमाशों ने लूटपात की वारदात को अंजाम दिया। विरोध करने पर बदमाशों ने 4 लोगों को गोली मार दी। दो की मौके पर ही मौत हो गई। दो अन्य लोग घायल हो गए। हालांकि, इस पूरे मामले में पुलिस ने तेजी दिखाते हुए पुलिस ने 6 बदमाशों को अरेस्ट कर लिया।
ये भी पढ़ें- पत्नी का कटा हुआ सिर हाथ में लेकर पुलिस चौकी पहुंचा पति!
इन घटनाओं में कटघरे में खड़ी हुई योगी सरकार
- इन तीन बड़ी घटनाओं मे विपक्ष ने योगी सरकार को कटघरे मे खड़ा किया।
- जिसका योगी को भी जबाव देना पड़ा।
- योगी आदित्यनाथ को सीएम की शपथ लिए 82 दिन हो चुके है।
- सीएम योगी अपने हर भाषण में यूपी मे कानून का राज स्थापित करने की बात कहते है लेकिन यह दावे पूरी तरह फेल साबित होते दिख रहे है।
- पहले सरकार का कहना था कि वह 100 दिन के अंदर प्रदेश की तस्वीर बदल देगी लेकिन अब अपनी बातों से मुकर वह एक साल देने की बात कह रही है।
- सरकार का कहना है कि इतने बड़े प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर को दुरुस्त करने में समय लगेगा।
ये भी पढ़ें- पूर्व मंत्री गायत्री सहित कई प्रमुख लोगों के तोड़े जाएंगे निर्माण!
अफसरों के बड़े पैमाने पर तबादले
- सरकार बनने के एक महीने बाद सूबे सरकार ने बड़े पैमाने पर अधिकारियों के तबादले किए।
- जिसमें प्रदेश के शीर्ष अधिकारियों से लेकर जिले के थानों के पुलिस कर्मियों के नाम शामिल है।
- इसके बाद भी कानून राज में इसका कोई खास असर दिखता नजर नहीं आ रहा है।
ये भी पढ़ें- फिर राजकीय संप्रेक्षण गृह से भाग गए 8 बच्चे, दस दिन में 10 बच्चे भागे!
योगी से ऊपर उनके मंत्री और कार्यकर्ता
- यूपी में सुशासन की बात कहने वाले सीएम योगी पर उनके ही नेताओं और बीजेपी कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी और मारपीट के मामले सामने आ रहे हैं।
- फिर चाहे वह मुरादाबाद में बीजेपी नगर अध्यक्ष शिवेंद्र गुप्ता द्वारा थाने में घुसकर दारोगा की पिटाई का हो या फिर बीजेपी नेता संजय त्यागी का अपने बेटे अंकित त्यागी द्वारा अपनी गाड़ी पर अवैध हूटर बजाने पर पुलिस की कार्रवाई का विरोध कर उनसे मारपीट का हो।
- इसके साथ ही बुलंदशहर में एक लड़की को साथ ले जाने की घटना में अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति की हत्या मामले में योगी आदित्यनाथ द्वारा गठित हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगा।
- इसके अलावा सहारनपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से क्षेत्रीय सांसद राघव लखनपाल शर्मा की अगुवाई में एसएसपी के घर पर हमला किया।
ये भी पढ़ें- वीडियो: प्रेमिका के सामने प्रेमी की सड़क पर पिटाई!
मंत्री अपने बेहतर नेंतृत्व की दे रहे दुहाई
- भाजपा के प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक का दावा है कि योगी ने अपने कार्यकाल में जितना काम कर दिया है, उतना तो पूर्व के मुख्यमंत्री एक साल में नहीं कर पाये।
- उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती सपा सरकार ने उत्तर प्रदेश को अंधेरे में धकेल दिया था।
- उसने केवल कुछ वीआईपी जिलों को ही बिजली दी, बाकी इलाकों की (crime graph) उपेक्षा की।
ये भी पढ़ें- पूर्व मंत्री गायत्री सहित कई प्रमुख लोगों के तोड़े जाएंगे निर्माण!