गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश में होने जा रहे नगर निकाय चुनाव में टिकटों को लेकर मारामारी है। सुबह से शाम तक प्रत्याशी पार्टियों के दफ्तर से लेकर शीर्ष नेताओं के दर पर मत्था टेक रहे हैं। (criminal candidate jitendra yadav)
- नगर निकाय चुनाव में भाजपा पर टिकट बटवारे को लेकर लगातार गंभीर आरोप लग रहे हैं।
- शनिवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में हमीरपुर के कार्यकर्ता गणेश प्रसाद सोनी ने टिकट को लेकर आत्मदाह का प्रयास किया था।
- अब भाजपा ने नगर निगम गाजियाबाद वार्ड 22 से लूट, बलात्कार और हत्या का प्रयास जैसे गंभीर आधा दर्जन से अधिक मामलों के आरोपी और सजायाफ्ता जितेंद्र यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है।
आप प्रवक्ता ने क्या कहा (criminal candidate jitendra yadav)
- इस संबंध में आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता वैभव महेश्वरी ने बताया कि भाजपा को सिर्फ पैसा और सत्ता से मतलब है।
- उसे जनता की कोई परवाह नहीं।
- भाजपा को अपराधियों से परहेज नहीं।
- उन्होंने बताया कि वर्तमान भाजपा सरकार में पिछली सपा सरकार से 4 गुना ज्यादा अपराधों में बढ़ोतरी हुई है।
- भाजपा सरकार अपराधियों को टिकट इसलिए दे रही है।
- क्योंकि अपराधी क्षेत्र से अवैध वसूली करके सत्ता तक पहुंचाएंगे।
- भाजपा सरकार में कोई सुरक्षित नहीं है।
- पुलिसकर्मी थानों से निकाल कर पीटे जा रहे हैं, वहीं पत्रकार भी सुरक्षित नहीं है।
- जो भी सरकार के खिलाफ या भ्रष्टाचार करने के खिलाफ पत्रकार आवाज उठाते हैं, उन पत्रकारों के पर हमला कराया जाता है।
- उनकी हत्या करवा दी जाती है।
- इसलिए जनता को सोचना चाहिए और अपना मत सही ढंग से प्रयोग करना चाहिए।
ये है निकाय चुनाव की तारीख
- राज्य निर्वाचन आयुक्त सतीश अग्रवाल ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि निकाय चुनाव का पहला चरण 22 नवंबर को होगा।
- इसमें 5 नगर निगम, 71 नगर पालिका परिषद में चुनाव सम्पन्न होंगे।
- दूसरा चरण 26 नवंबर को होगा, जिसमें 26 नगर निगम और 51 पालिका परिषद में चुनाव कराए जाएंगे।
- 29 नवंबर को तीसरे चरण में 26 जिलों में 5 नगर निगम और 76 नगर पालिका परिषद के चुनाव होंगे।
- मतदान सुबह 7:30 से शाम 5 बजे तक होगा।
- वहीं मतगणना 1 दिसम्बर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी।
- परिणाम की सूचना मोबाइल पर मैसेज से मिलेगी।
- चुनावों की घोषणा के साथ ही पूरे प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई है।
- जिसके चलते राजस्व, पुलिस, गृह, नगर विकास में ट्रांसफर, नियुक्ति पर प्रतिबंध होगा।
बाहर नहीं जा पायेगा किसी जिले का कोई कप्तान
- राज्य निर्वाचन आयुक्त सतीश अग्रवाल ने बताया कि चुनाव सुरक्षा में पैरा मिलिट्री फोर्स का के बजाए यूपी पुलिस, पीएसी तैनात की जाएगी।
- 10 % मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है।
- इन केंद्रों की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
- नगर निगम के चुनाव ईवीएम से जबकि नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत के चुनाव बैलेट पेपर से होंगे।
- बैलेट पेपर पर प्रत्यशी की फोटो भी होगी। (criminal candidate jitendra yadav)
- चुनाव के दौरान किसी भी जिले का कप्तान जिले से ना तो बाहर जा सकेगा ना ही छुट्टी पर जा पायेगा।
- बिना चुनाव आयोग की अनुमति से कप्तान या कोई अधिकारी ट्रेनिंग पर भी नहीं जा पायेगा।