जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के बाद अब जस्टिस दिलीप बाबासाहब भोसले इलाहाबाद हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस होंगे। केंन्द्र सरकारने सुप्रीम कोर्ट कोलोजियम की सिफारिश पर जस्टिस डीबी भोसले के नाम पर मुहर लगा दी है।
याद रहेंगे जस्टिस चंद्रचूड़ः
- 13 अक्टूबर 2013 को इलाहाबाद हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बने डीवाई चंद्रचूड़ ने अपने कार्यकाल के दौरान कई अहम फैसले दिये।
- इसके साथ ही इलाहाबाद में पहली ई-कोर्टा की शुरूआत करने का श्रेय भी जस्टिस चंद्रचूड़ को जाता है।
- जस्टिस चन्द्रचूड़ ने ही लोअर कोर्ट की सुरक्षा की मॉनीटरिंग की व्यवस्था कराई।
- उन्होने ही मदरसों में तिरंगा फहराने का ऐतिहासिक फैसला दिया।
- बहुचर्चित निठारी कांड के दोषी सुरेंद्र कोली की फांसी को उम्रकैद में बदलने का निर्णय दिया।
- जस्टिस चन्द्रचूड़ ने न्यायिक अनुशासन के तहत 11 ट्रेनी जजों को बर्खास्त कर दिया था।
- यूपी सरकार के फैसले को चुनौती देते हुए लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अनिल यादव की नियुक्ति अवैध घोषित की।
- अधिक से अधिक मुकदमों के निपटारों के लिए गर्मियों में भी हाईकोर्ट में कामकाज की पहल की।
- जस्टिस चन्द्रचूड़ ने यूपी में शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द करने का बड़ा फैसला सुनाया।
कौन हैं डीबी भोसलेः
- डीबी भोसले ने बतौर एडवोकेट 1979 में मुम्बई हाईकोर्ट से न्यायिक क्षेत्र में पदार्पण किया।
- इसके बाद 22 जनवरी 2001 को महाराष्ट्र हाईकोर्ट में उन्हें अतिरिक्त न्यायाधीस अप्वाइंट किया।
- सबसे कम उम्र में वह स्टेट बार कांउसिल के सदस्य बने थे।
- बता दें, वे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री बाबासाहब भोसले के बेटे हैं।
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