राजधानी के काकोरी इलाके (kakori thana) के एक गांव में रहने वाले दलित मजदूर ने गांव के ही दबंगो पर उसके मकान में आग लगाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बकौल पीड़ित वह दबंगो द्वारा खुद पर लगाए गए झूठे आरोप का विरोध कर रहा था।
क्या है पूरा मामला
- जानकारी के मुताबिक, (kakori thana) काकोरी के टिकैतगंज निवासी मजदूर रामनाथ ने बताया कि वह शुक्रवार रात घर के बरामदे में पत्नी पद्मावती व बच्चों राजेश, लवकुश, सविता, गीता, नीतू व धर्मेन्द्र संग सोया हुआ था।
- रात लगभग 11 बजे अचानक छप्पर में आग लग गई।
- आग की लपटों की गर्मी से परिवार की नींद टूट गयी और भागकर सभी घर के बाहर आये और घटना की जानकारी पुलिस समेत फायर ब्रिगेड को भी दी।
- पीड़ित ने बताया कि जब तक आग बुझ पाती तब तक घर का पूरा राशन व गृहस्थी जलकर राख हो चुकी थी।
इसलिए लगाई आग
- आगजनी की सूचना पाकर मौके पर सीओ मलिहाबाद धर्मेन्द्र यादव व फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची।
- पीड़ित रामनाथ ने बताया कि गांव के ही रहने वाले इलियास का मोबाइल गायब हो गया था जिसका इलियास उस पर ही आरोप लगा रहा था, पर उसने विरोध किया।
- इसी के चलते गाँव के ही इलियास, शाहरुख, फारुख, अमीन व शब्बीर ने उनके घर में पूरे परिवार को ज़िंदा जलाने की नीयत से आग लगा दी।
- गनीमत रही की वक्त रहते परिवार के लोग बाहर आ गए।
- थानाध्यक्ष (kakori thana) काकोरी यशकान्त सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
बिना सिफारिश नहीं सुनती काकोरी पुलिस
- पीड़ित रामनाथ ने आरोप लगाया कि घटना की शिकायत लेकर वह काकोरी थाने पहुंचा।
- लेकिन थानाध्यक्ष यशकान्त ने मामला दर्ज करने से मना कर दिया।
- वह घटना को फर्जी बताने लगे।
- इसके बाद पीड़ित ने बीजेपी सांसद कौशल किशोर से गुहार लगाई और तब सांसद के दखल के बाद मामला दर्ज हो सका।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें
Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.