फर्रुखाबाद जिले में दबंगों ने पुरानी रंजीश में चाचा-भतीजे को गोली मार दी गई। आरोप है कि भाई को पीटता देख चाचा और भतीजे उसे बचाने गए। बीच बचाव करने पर दबंगों ने उन्हें दौड़ाकर गोली मार दी। घटना पर पहुंची पुलिस दोनों को लोहिया अस्पताल लेकर पहुंची। जहाॅ उनका उपचार किया जा रहा है।
ये था मामला-
जानकारी के मुताबिक फर्रुखाबाद जिले के थाना मऊदरवाजा के ग्राम ऊगरपुर कटरी निवासी घायल सुधीर पुत्र छोटेलाल यादव ने बताया की गाँव के ही काली चरन से उसका पुराना विवाद चल रहा है। काली चरण अपने मकान की ढ़लाई करवा रहे थे। आरोपियों ने तभी उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके छोटे भाई चन्द्रपाल को पीट दिया। उसके साथ मारपीट की जानकारी होने पर सुधीर अपने चाचा नेकराम के साथ उसे बचाने गया। सुधीर ने आरोप लगाया की तभी दबंगों ने उनके साथ भी मारपीट कर दी। वहीं उन्हें दौड़ाकर गोली मार दी। जिससे सुधीर व उसके चाचा नेकराम जख्मी हो गये। घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों जख्मी लेकर लिंजीगंज में भर्ती कराया जहां से उन्हें लोहिया रेफर कर दिया गया।
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आए दिन होता रहता है खूनी संर्घष
ऊगरपुर कटरी गांव में होता हर महीने खूनी खेल-यह गांव गंगा के किनारे बसा हुआ है। जब बाढ़ खत्म हो जाती है। तो गंगा की गोद में फसल योग्य हजारों बीघा जमीन निकलती है। तो इस गांव में उस जमीन पर कब्जा करने को लेकर गांव का हर आदमी गोलीबाजी से लेकर हत्या करने में गुरेज नही करता है। कटरी में जो जमीन होती है वह हर किसी आदमी को पट्टे के रुप मे 10 बीघा दी जाती है लेकिन दबंगई के बल पर लोग 200 बीघा जमीन अपने आप कब्जा कर लेते है। जिसको लेकर अन्य लोग जब विरोध करते है तो झगड़ा होता है। जिससे आये दिन कोई न कोई घायल होकर अस्पताल में भर्ती दिखाई देता है। यदि जमीन के बंटबारे में पुलिस न मौजूद होने से इस प्रकार की घटनाएं अधिक होती है।