उत्तर प्रदेश के दादरी में हुए ‘बीफ कांड’ में नए खुलासे के बाद सूबे की राजनीति एक बार फिर से तेज हो गयी है।
सरकार पर तथ्य छिपाने के आरोप:
- सूबे के दादरी में हुए ‘बीफ कांड’ पर सियासत एक बार फिर से तेज हो गयी है।
- मथुरा में हुई फॉरेंसिक जांच में यह पाया गया है कि, अख़लाक़ के घर पर गौमांस पका था।
- जिसके बाद से सूबे के अन्य राजनैतिक दलों ने मौजूदा सरकार को तथ्यों को छुपाने के आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं।
- गौरतलब है कि, इससे पहले हुई जांच में मांस को मटन बताया गया था।
- जिसके बाद सपा सरकार ने अख़लाक़ को पीड़ित मानते हुए, उसके परिवार को लाखों रुपये का कुल मुआवजा भी दिया था।
विपक्ष के निशाने पर सरकार:
- सूबे में बीफ की सियासत पर इस बार सपा सरकार कटघरे में खड़ी है।
- सरकार पर बीफ सम्बंधित तथ्यों को छुपाने के आरोप लगे हैं।
- विपक्ष सरकार को उसकी तुष्टिकरण की राजनीति पर घेर रहा है।
- गोरखपुर से भाजपा के सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि, “अख़लाक़ के परिवार के खिलाफ गोवध के तहत मुकदमा दर्ज हो”।
- इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, “अख़लाक़ के परिवार को दी गयी सारी सुविधाएँ सरकार वापस ले”।
- इसके अलावा भाजपा के ही अन्य विवादित सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि, “सपा सरकार ने तुष्टिकरण की राजनीति करने की हद पार कर दी है और वो वोट के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं”।
- कांग्रेस के महासचिव दिद्विजेंदर त्रिपाठी ने कहा है कि, “अब यूपी की सरकार को जवाब देना चाहिए की अख़लाक़ के फ्रिज में बीफ होने पर मटन कैसे बताया गया?”
- वहीँ यूपी भाजपा के प्रवक्ता ने कहा है कि, “दोषियों पर कार्रवाई करे सरकार”।
मुख्यमंत्री अखिलेश ने दिया जवाब:
- सूबे के मुख्यमंत्री ने बीफ मामले में विपक्ष के आरोपों पर जवाब दिया है कि, “अख़लाक़ मामले की जांच जारी है”।
- उन्होंने ये भी कहा कि, “अख़लाक़ के परिवार को न्याय मिलेगा”।