उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर तरह-तरह के सवाल उठते हैं. वहीँ भ्रष्टाचार की बात करें तो यूपी पुलिस के रिश्वतखोरी के किस्से सूबे के हर इलाके में सुनने को मिलते रहते हैं. बाजजूद इसके, इस प्रकार की रिश्वतखोरी में कोई कमी नही आ रही है. सूबे के निजाम बदल गए लेकिन अभी भी किस्सा वही है.
नया मामला ग्रेटर नोएडा का है जहाँ रिश्वतखोरी का धंधा खुलेआम चल रहा है. यहाँ अगर काम नही हुआ तो पैसे भी पुलिस वापस करती है. इससे जुड़ा ऑडियो वायरल हो रहा है.
https://youtu.be/Am3mIaA8_PI
दूसरे पक्ष ने दिए ज्यादा पैसे तो पहले पक्ष को पुलिस ने लौटाए पैसे:
- दादरी थाने के मुंशी पर एफआईआर लिखने के लिए पैसे लेने के आरोप है.
- वहीँ जब दूसरी पार्टी से पैसे ज़्यादा मिले तो पहली पार्टी को पैसे वापस कर दिए.
- इस मामले में सीओ दादरी को लिखित में दी शिकायत दी गई है.
- बातचीत से स्पष्ट है कि पैसे वापस करने और FIR की बात पर दोनों पक्ष बहस कर रहे हैं.
- पैसे देने वाले पहले पक्ष ने विश्वासघात का आरोप लगाया.
- पैसे के लेन-देन की ये घटना बताती है कि यूपी में पुलिस बिना पैसे कोई काम करने को तैयार नहीं है.