भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने विपक्षी दलों के दलित प्रेम को ढकोसला बताया। डॉ. पाण्डेय ने कहा कि मोदी सरकार के अब तक के कार्यकाल में दलितों-वंचितो को लाभ पहुंचाने के कई महत्वपूर्ण काम हुए हैं चाहे वो उज्जवला योजना के तहत गरीबों की झोपड़ी में घरेलू गैस कनेक्शन हो, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास हो, स्वच्छ भारत अभियान के तहत निर्मित शौचालय हो, जनधन योजना के तहत पहली बार बैंक में खाता खुला हो, इन सभी योजनाओं में अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लोग ही लाभार्थी है। जीवन स्तर में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने वाली इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से हताश विपक्ष ‘प्रोपेगंडा पाॅलिटिक्स’ कर रहा है। झूठ बोलकर विपक्ष देश में भ्रम फैला रहा है।
डॉ. पाण्डेय ने कहा कि बाबा साहब के नाम पर वोटबैंक को कैश कराकर बैंक बैलेंस बढ़ाने वाले वोटबैंक खिसकने से घबराए है और घटिया राजनीति पर उतर आए है। बाबा साहेब के जीवन से जुड़े पांच स्थानों को पंचतीर्थ घोषित किया। यूपी में सरकारी दफ्तरों में बाबा साहब डॉ. भीमराव रामजी आम्बेडकर की तस्वीर अनिवार्य रूप से लगाने का निर्देश भी निर्देश भी योगी सरकार ने दिया है। डॉ. पाण्डेय ने कहा 2014 के लोकसभा चुनावों में और वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने पूरे प्रचार अभियान को विकास पर केन्द्रित किया था और अभूतपूर्व सफलता हासिल की।
घबराया विपक्ष 2019 में चुनाव प्रचार अभियान को विकास के मुद्दे से हटाकर जातीय गोलबंदी पर लाना चाहता है। इसलिए दलित संवेदनाओं को उभार कर माहौल खराब करना चाह रहा है। जबकि यह सत्य है कि देश के सर्वाधिक दलित सांसद, विधायक व जनप्रतिनिधि भाजपा के सदस्य है। दलित-वंचित पूरी तरह से भाजपा के साथ एकजुट है। सामाजिक ताना-बाना छिन्न-भिन्न करने का षडयंत्र रचने और समाज में जातिगत विद्वेष का मंसूबा पाले लोगों को जनता माकूल जबाव देगी। देश और समाज को तोड़ने की कोई भी मंशा पूरी नहीं होने दी जायेगी।